चंदा शरमाया तूने जब जब किया श्रृंगार,मुस्कान तेरी प्यारी,हुई दिल के आर पार,मेरा दिल करता है बाबा,तुझे देखूं बार बार।।चंदा शरमाया……. सूरज की पहली किरणे भी,देख तुझे शर्माती है,तेरे इन होठों की लाली,दिल घायल कर जाती है,जब मुस्काए तू मोहन,जब मुस्काए तू मोहन,तो छा जाती है बहार,चन्दा शरमाया तूने जब जब किया श्रंगार…… आंखे हैं मस्ती की प्याली,जो इनमें खो …
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