हे महादेव मेरी लाज रहे | मेरी लाज रहे, तेरा राज रहे || जहर कंठ में, नाग गले में, आग नयन में, फिर भी अमृत तुम्ही लुटाते, इस त्रिभुवन में | आज भगत पर भीड़ पड़ी है, फिर तुम कहाँ विराज रहे || नाथ बता दो इस मन्दिर में, विश्वनाथ हो, आज दिखा दो कोई ना जिसका, उसके साथ हो …
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