जिंदगी सवार दी, तुमने हमारी ll,“साँवरे बिहारी, जय हो तुम्हारी ll”-ll तुमसे मिलने से पहले साँवरे, ना कोई मंज़िल थी,बड़ी मुश्किल में थी, ज़िंदगी हमारी lजैसे कोई नाव बिन मांझी, चली जाती थी,डगमगाती थी, जिंदगी हमारी l *थाम पतवार बने, तुम श्याम मांझी ll,“साँवरे बिहारी, जय हो तुम्हारी ll” गम के अंधेरों ने श्याम मुझको, बहुत डराया था,बहुत सताया था, …
Read More »