शहर के एक बड़े संग्रहालय के बेसमेंट में कई पेंटिंग्स रखी हुई थी। ये वे पेंटिंग्स थीं, जिन्हें प्रदर्शनी कक्ष में स्थान नहीं मिला था।लंबे समय से बेसमेंट में पड़ी पेंटिंग्स पर मकड़ियों ने जाला बना रखा था
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वाह बेटा वाह
"वो वहाँ दो दिन भी नही रह पायेंगे बेटा.. चाची तो दादी को देखते ही तुनक जाती है और चाचा तो तुम्हारे चाची के पल्ले से ऐसे बँधे हैं कि वो उतना ही सुनते हैं जितना चाची कहती है
Read More »मानवीय संवेदनाओं को झकझोरती एक दुःख भरी कहानी
मैं थक-हार कर काम से घर वापस जा रहा था। कार में शीशे बंद होते हुए भी..जाने कहाँ से ठंडी-ठंडी हवा अंदर आ रही थी…मैं उस सुराख को ढूंढने की कोशिश करने लगा..पर नाकामयाब रहा। कड़ाके की ठण्ड में आधे घंटे की ड्राइव के बाद मैं घर पहुंचा… रात के 12 बज चुके थे, मैं घर के बाहर कार से आवाज …
Read More »परिवर्तन देखिये
1- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए। 2- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन …
Read More »भवानी मेरे घर आवो
घर आवो मेरे घर आवो, तेरे मैं दर्शन पाऊं, भवानी मेरे घर आवो आवो जी आवो ना देरी लगाओ तेरे मैं बलि बलि जाऊं , भवानी मेरे घर आवो चनदन की चौंकी बनवाऊँ फूलो से श्रृंगार करौं शंख और घड़ियाल बजाऊं रूचि रूचि भोग लगाउन, भवानी मेरे घर आओ पहन के आना सुहा सुहा बाना वीर लौन्कडे को संग …
Read More »सोच बदलो , देश बदलेगा (Change thinking, change country)
एक माँ 6 साल के बच्चे को पीटते हुए बोली, “नालायक, तूने नीची जात के घर की रोटी खायी, तू नीची जात का हो गया तूनेअपना धर्म भ्रष्ट कर लिया। अब क्या होगा? ……. बच्चे का मासूम सवाल : माँ, मैने तो एक बार ही उनके घर की रोटी खाई, तो मैं नीची जात का हो गया । लेकिन वो लोग …
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