कहते है कोई बदल न पाता है हांथो की रेखा पर ये करिश्मा करते माँ को रोज ही हमने देखा तभी तो ये दुनिया दीवानी इसकी रे धमानवाली माँ बदलती तकदीरें दीन-दुखी लाखों ही आते है मइया के द्वारे बारी बारी से मेरी मइया सबके काज सँवारे यहाँ पर तो भर्ती झोलियाँ सबकी रे धमानवाली माँ बदलती तकदीरें अगर भरोसा …
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तेरा दर तो हकीकत में दुखियों का सहारा है
तेरा दर तो हकीकत में दुखियों का सहारा है, सच कहता हूँ माँ मेरी तेरे दर से गुजारा है । बिगड़ी हुई तकदीरें बन जाती है एक पल में, जिस वक़्त मुसीबत में भक्तों ने पुकारा है । तेरा दर तो हकीकत में… तेरे दर को छोड़ मईया जाएं तो कहाँ जाएं, सच कहता हूँ दर तेरा जन्नत का नज़ारा …
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