तेरी याद में राधा रानी वन वन फिरू
मन लगता नही तुम बिन मैं क्या करू
लागे यमुना का तट सुना राधा बिना
श्याम अधुरा है राधा तेरे साथ बिना
कैसे भूलू वो बिसरी यादे याद करू
वो तेरी याद में राधा रानी वन वन फिरू
तेरा रसता निहारे अखियाँ सुनी मेरी
आके तृष्णा मिटा दो राधा मन की मेरी
आठो पेहर तुम्हारा श्यामा ध्यान धरु
तेरी याद में राधा रानी वन वन फिरू
दिल में यादो का तेरी सहारा लिए
जीवन अपना गुजारा राधा सपने लिए
नागर बलहारी जाऊ तेरा भजन करू
तेरी याद में राधा रानी वन वन फिरू…………