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इस तरीके से कमाया धन निंदनीय है

Ashoka-GreatYadav

Emperor Ashoka 

एक बार सम्राट अशोक के जन्म दिवस पर सर्वश्रेष्ठ शासन व्यवस्था करने वाले प्रांत प्रमुख को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई। दरबार में मौजूद प्रांत प्रमुख क्रम से उठकर अपनी-अपनी उपलब्धियों सम्राट अशोक को बताने लगे।

सबसे पहले उत्तरी सीमावर्ती प्रांत के प्रमुख ने कहा, ‘कर वृद्धि से इस वर्ष हमारे प्रांत की आय पहले से तीन गुना हो गई है।’ दक्षिण प्रांत का प्रमुख बोला, ‘इस वर्ष राजकोष को भेजा गया सबसे ज्यादा राजस्व गत वर्ष की अपेक्षा दो गुना है।’

इसी प्रकार पूर्वी प्रांत के प्रमुख ने कहा, ‘पूर्वी सीमा से सटे दमनकारियों का अंत कर हमने वहां शांति स्थापित की है।’ एक अन्य प्रांत का प्रमुख बोला, ‘हमने राज्य में आय के नए स्त्रोत खोजे हैं जिससे संसाधन और सुशासन में सुधार होगा।’

आखिर में मगध प्रांत के प्रमुख की बारी आई। वह बोला, ‘इस वर्ष राजकोष को भेजे जाने वाले राजस्व में मेरे राज्य द्वारा भेजा गया आधा ही है। प्रजा के कर घटाय गए हैं। राजसेवकों को अन्य सुविधाएं दी गईं हैं। मार्गों में कुएं उद्यान तैयार किए। पाठशालाएं और धर्मशालाएं तैयार की गईं। रोगियों की चिकित्सा के लिए औषधालय खोले गए।’

सभी प्रांतों का ब्यौरा सुनने के बाद सम्राट अशोक ने कहा कि, ‘मुझे शोषण से प्राप्त धन की चाह नहीं है। दमन कर कमाया धन निंदनीय है। इसीलिए मगध प्रांत के प्रमुख को सर्वश्रेष्ठ शासक घोषित किया जाता है।’

संक्षेप में

सदियों से आम इंसान का शोषण होता आया है। शोषण करने और कठोरता बरतने वाला शासक निंदनीय होता है।

Hindi to English

Once the emperor Ashoka was declared the best governor on the day of birth, he was rewarded. The provinces present in the court rose from the dominant position and told their achievements to Emperor Ashoka.

First of all, the head of the Northern Frontier Province said, ‘With tax increase this year our province’s income has already tripled.’ The head of South Province said, “The highest revenue sent to the treasury this year is twice that of the previous year.”

Similarly, the head of the Eastern Province said, ‘We have established peace there by ending the oppressors beside the eastern border.’ The head of another province said, “We have discovered new sources of income in the state, which will improve resources and good governance.”

Finally the turn of the head of Magadha province came. He said, ‘The amount sent by the state to the revenue sent to the treasury this year is only half. Taxes of the people have been reduced. Other facilities have been provided to the royal servants. In the streets, well built gardens. Schools and hospices were prepared. Dispensaries were opened for the treatment of patients.

After listening to the details of all provinces, Emperor Ashok said, ‘I do not want the money received from exploitation. Repressed money earned is condemnable. That is why the head of Magadha province is declared the best ruler.

in short

Over the centuries, the exploitation of the common man has come. The ruler who is exploiting and harsh is malleable.

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