तेरा पल पल बीता जाए, मुख से जप ले नमः शिवाय।
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय॥
शिव शिव तुम हृदय से बोलो,
मन मंदिर का परदा खोलो।
अवसर खाली ना जाए,
मुख से जप ले नमः शिवाय॥
यह दुनिया पंछी का मेला.
समझो उड़ जाना है अकेला ।
तेरा तन यह साथ न जाय,
मुख से जप ले नमः शिवाय ॥
मुसाफिरी जब पूरी होगी,
चलने की मजबूरी होगी।
तेरा बिगड़ा प्राण रह जाये,
मुख से जप ले नमः शिवाय॥
शिव पूजन में मस्त बने जा
भक्ति सुधा रस पान किये जा।
दर्शन विश्वनाथ के पाय,
मुख से जप ले नमः शिवाय॥