कथा लंबी हैं किंतु ज्ञान के चक्षु खुल जाएंगे आपके।पापी मौज में, पुण्यात्मा कष्ट में. ये कैसा न्याय! ईश्वर हैं भी या नहीं! स्कन्द पुराण की....
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राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये
राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये तुलसी अपनी रामायण में कह गये राम मर्यादा सिखाने आये थे धर्म के पथ पर चलाने आये थे राम भी आकर यहाँ दुःख सह गये प्रेम हो तोह भारत जैसे भाई का राज चरणों में रहा रघुराई का जुलम केकई के भारत भी सह गये उर्मिला साक्षात् सती की शान है जिसकी आरती …
Read More »तेरा दर तो हकीकत में दुखियों का सहारा है
तेरा दर तो हकीकत में दुखियों का सहारा है, सच कहता हूँ माँ मेरी तेरे दर से गुजारा है । बिगड़ी हुई तकदीरें बन जाती है एक पल में, जिस वक़्त मुसीबत में भक्तों ने पुकारा है । तेरा दर तो हकीकत में… तेरे दर को छोड़ मईया जाएं तो कहाँ जाएं, सच कहता हूँ दर तेरा जन्नत का नज़ारा …
Read More »तैनू ना कवां ते दस् होर किन्नू कवां
जे माँ दुःख सब दे हरदी ए, ते सानु ना क्यों करदी ए । दुःख डाडे मैं हाँ कमजोर किन्नू कवां, तैनू ना कवां, ते दस् होर किन्नू कवां । महारानीए साडी वी सुने ता तैनू जानिए ॥ जागदे नसीब मेरे किवे सो गए, सुख चैन सारे मेरे चोरी हो गए । तुहिओ दस दातीये नी चोर किन्नू कवां, तैनू …
Read More »माता रानी फल देगी आज नहीं तो कल देगी
माता रानी फल देगी, आज नहीं तो कल देगी । हर पल माँ का ध्यान लगा, वो खुशिओं के पल देगी ॥ कोई जाने ना जाने, महामाया की माया निर्धन को धनवान करे, दुखों के दुःख दर्द हरे । निर्बल को माँ बल देगी, आज नहीं तो कल देगी ॥ ‘चंचल’ माँ के दर पे आ, माँ को अपना हाल …
Read More »सबसे कीमती तोहफ़ा
मोहन काका डाक विभाग के कर्मचारी थे। बरसों से वे माधोपुर और आस पास के गाँव में चिट्ठियां बांटने का काम करते थे। एक दिन उन्हें एक चिट्ठी मिली, पता माधोपुर के करीब का ही था लेकिन आज से पहले उन्होंने उस पते पर कोई चिट्ठी नहीं पहुंचाई थी। रोज की तरह आज भी उन्होंने अपना थैला उठाया और चिट्ठियां …
Read More »अच्छी घटना को सदैव याद रखना चाहिए !!
अच्छी घटना को सदै दो भाई समुद्र के किनारे टहल रहे थे , दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई, बड़े भाई ने छोटे भाई को थप्पड़ मार दिया ,छोटे भाई ने कुछ नहीं कहा सिर्फ रेत पे लिखा… “आज मेरे बड़े भाई ने मुझे मारा “– अगले दिन दोनों फिर समुद्र किनारे घूमने के लिए निकले …
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