कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी भक्त खड़े तेरे द्वारदर्शन पाने खातिर हमको सब कुछ है स्वीकारश्याम तू दर्शन देदे हमें चरणों में लेलेकृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी………….. श्याम तेरा दर्शन लागे बड़ा प्याराकितनो का तूने जीवन संवाराहम पर अपनी कृपा कार्डो पाएं तेरा दीदारदर्शन पाने खातिर हमको सब कुछ है स्वीकारश्याम तू दर्शन देदे हमें चरणों में लेलेकृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी………….. जाऊँगा …
Read More »Tag Archives: प्रभु
प्रभु प्यार से जिसका सम्बन्ध हे
प्रभु प्यार से जिसका सम्बन्ध हे उसे हर दम आनंद ही आनंद है...... झूठी ममता से कर दे किनारा लेके सचे पिता का सहारा
Read More »एक बहुत अच्छी कहानी
एक बार एक कवि हलवाई की दुकान पहुंचे, जलेबी ली और वहीं खाने बैठ गये। इतने में एक कौआ कहीं से आया और दही की परात में चोंच मारकर उड़ चला। हलवाई को बड़ा गुस्सा आया उसने पत्थर उठाया और कौए को दे मारा। कौए की किस्मत ख़राब, पत्थर सीधे उसे लगा और वो मर गया। – ये घटना …
Read More »सारे तीर्थ धाम आपके चरणो में
दोहा: सद्गुरु जिन का नाम है, मन के भीतर धाम है ऐसे दीनदयाल को मेरा बार बार प्रणाम है कैसे करूँ मैं वंदना, ना स्वर है ना आवाजआज पृख्शा है मेरी, मेरी लाज राखो गुरु आप कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हसे हम रोएऐसी करनी कर चलो, हम हसे जग रोए तीन लोक नव खंड में, गुरु से बड़ो …
Read More »अरिहंत जय जय सिद्ध प्रभु जय जय
अरिहंत जय जय सिद्ध प्रभु जय जय । साधू जीवन जय जय जैन धर्म जय जय ॥ अरिहंत मंगल सिद्ध प्रभु मंगल । साधू जीवन मंगल, जैन धर्म मंगल ॥ अरिहंत उत्तम सिद्ध प्रभु उत्तम । साधू जीवन उत्तम, जैन धर्म उत्तम ॥ अरिहंत शरणम सिद्ध प्रभु शरणम । साधू जीवन शरणम, जैन धर्म शरणम ॥ prabhu jay jay . …
Read More »जय भोले जय भंडारी तेरी है महिमा नयारी
जय भोले जय भंडारी, तेरी है महिमा नयारी, तेरी मोहिनी मूरत लगे है प्यारी। कण कण में है तेरा वास प्रभु, है तीनो लोक में तू ही तू। जल में है, थल में है, नभ में है, पवन में है, तेरी छवि समाई, डमरू की धुन में है, झूमे है श्रृष्टि, महिमा यह कैसी रचाई। तेरी जय जय करे दुनिया …
Read More »उमर का पंछी उड़ता जाता
क्यो प्राणी प्रभु नाम ना गाथा रे किससे पता है कल क्या होगा पता नही किस पल क्या होगा कल चकरा चलता मद माता क्यो प्राणी प्रभु नाम ना गाथा रे ||1|| उमर का पंछी उड़ता जाता क्यो प्राणी प्रभु नाम ना गाथा रे कची ससों की क्या आशा कर जाए कब बाँध तमाशा तू मूरख मान क्यो बरमाथा क्यो …
Read More »प्रभु जी ! तुम चंदन हम पानी
जाकी अंग-अंग बाज़ सामानी प्रभु जी ! तुम धनवान हम मुरा जैसे चितवाट चंद्रा चकोरा प्रभु जी ! तुम . हम बाटी जाकी ज्योत बारे दिन राती प्रभु जी ! तुम मोटी हम धागा जैसे सोने मे मिलत सुहागा प्रभु जी ! तुम स्वामी हम दासा ऐसी भक्ति कर रे डासा प्रभु जी ! तुम चंदन हम पानी ज़की अंग-अंग …
Read More »कभी भगवान को भी भागत्ॉ से काम पड़े
जाना था गंगा पर प्रभु केवट की नाव चड़े, (2)अवध छोड़ प्रभु वन को आई, सिया राम लखन गंगा तट आई, केवट मान ही मान हरषाए, घर बैठे परभु दर्शन पे, हाथ जोड़ कर प्रभु के आयेज केवट मगन खड़े प्रभु बोले तुम नाव चलाओ, पर हमे केवट पहुचाओ, केवट कहता सुनो हमारी चरण धूल की माया भारी, मैं ग़रीब …
Read More »जीवन की नैय्या कर दे प्रभु के हवाले
प्रभु के हवाले जीवन की नैय्या कर दे प्रभु के हवाले प्रभु के हवाले जैसे वो चाहे वैसे जैसे वो चाहे वैसे इसको संभाले इसको संभाले जीवन की नैय्या कर दे प्रभु के हवाले टन का ना गर्व कीजिए ये तो विनाशी है तू तो है चेतन आत्मा ज्योति तो अविनाशी ज्योति सागर पिता को दिल मे बसले दिल मे …
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