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Tag Archives: maata

नैना देवी का मंदिर

Kalka Ji Mandir Story

नैना देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में स्थित है। यह मंदिर हिन्दू धर्म के लोगों का पवित्र धार्मिक स्थान है। इन्हें देवी के 51 शक्ति पीठों (Naina Devi Shaktipeeth) में से एक माना जाता है। यहां देवी सती के नैन यानि आंखें गिरी थीं। माता नैना देवी अपने इस भव्य मंदिर में पिंडी रूप में स्थापित हैं। नैना …

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चाणक्य नीति: चौथा अध्याय (Chanakya Niti: Chapter Four)

Chanakya

निम्नलिखित बातें माता के गर्भ में ही निश्चित हो जाती है…. १. व्यक्ति कितने साल जियेगा २. वह किस प्रकार का काम करेगा ३. उसके पास कितनी संपत्ति होगी ४. उसकी मृत्यु कब होगी . पुत्र , मित्र, सगे सम्बन्धी साधुओं को देखकर दूर भागते है, लेकिन जो लोग साधुओं का अनुशरण करते है उनमे भक्ति जागृत होती है और …

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संतोषी माता की चालीसा (Santoshi Mata Chalisa)

Santoshi-mata

संतोषी माता को हिन्दू धर्म में गणेश जी की पुत्री माना जाता है, हालांकि इस बात का प्रमाण पुराणों में नहीं है। उत्तर भारत में माता संतोषी की पूजा के लिए शुक्रवार का व्रत करने का विधान है। शुक्रवार के दिन मां संतोषी की पूजा में निम्न चालीसा का भी प्रयोग किया जाता है। संतोषी माता की चालीसा  (Santoshi Mata …

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शीतला चालीसा

sheetala chaaleesa

दोहा :- जय जय माता शीतला तुमही धरे जो ध्यान। होय बिमल शीतल हृदय विकसे बुद्धी बल ज्ञान।। घट घट वासी शीतला शीतल प्रभा तुम्हार। शीतल छैंय्या शीतल मैंय्या पल ना दार।। चौपाई :- जय जय श्री शीतला भवानी। जय जग जननि सकल गुणधानी।। गृह गृह शक्ति तुम्हारी राजती। पूरन शरन चंद्रसा साजती।। विस्फोटक सी जलत शरीरा। शीतल करत हरत …

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साईं ओम साईं ओम आरती लेकर तिलक लगाओ

saeen om saeen om aaratee lekar tilak lagao

साईं ओम  ,साईं ओम ,साईं ओम…. आरती लेकर तिलक लगाओ, मेरे साईं को माला पहनाओ दूर से देखा तो पत्थर पड़ा था, वहां पे मेरा साईं खड़ा था शिर्डी के साईं नाथ,सदा जिन्दा रूप दिखलाती है साईं ओम साईं ओम साईं ओम…. अंधों को तूने आँखे दिलाई,आसुं के पानी से ज्योत जलाई तू ही हमारे देवों का देव है हम …

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सेठ जी की परीक्षा

seth jee kee pareeksha

बनारस में एक बड़े धनवान सेठ रहते थे। वह  विष्णु भगवान् के परम भक्त थे और हमेशा सच बोला करते थे । एक बार जब भगवान् सेठ जी की प्रशंशा कर रहे थे तभी माँ लक्ष्मी ने कहा , ” स्वामी , आप इस सेठ की इतनी प्रशंशा किया करते हैं , क्यों न आज उसकी परीक्षा ली जाए और …

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भगवान की खोज ! (Discovery God!)

Discover God!

तेरहवीं सदी में महाराष्ट्र में एक प्रसिद्द संत हुए संत नामदेव। कहा जाता है कि जब वे बहुत छोटे थे तभी से भगवान की भक्ति में डूबे रहते थे। बाल -काल में ही एक बार उनकी माता ने उन्हें भगवान विठोबा को प्रसाद चढाने के लिए दिया तो वे उसे लेकर मंदिर पहुंचे और उनके हठ के आगे भगवान को …

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सुनले तूँ मेरी पुकार

meree sunakar karun pukaar saavara aaega

माता.. माता.. माता.. माता.. माता.. माता… सुनले तूँ मेरी पुकार हो… सुनले तूँ मेरी पुकार,माता मैं तो घिरा हूँ, घोर पाप में सुनले तूँ मेरी पुकार…।जाऊँ कहाँ मैं, कौन है मेरा माई ,तूँ ही बता दे । किसको सुनाऊँ,  दुःख की कहानी माई अपना पता दे ॥ ढूँढूँ कहाँ मैं तेरा द्वार , माता मैं तो घिरा हूँ घोर पाप …

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आदर्श गृहस्थ

dasha mujh deen kee bhagavan sambhaaloge to kya hoga

श्रीमद्भागवत के वर्णन से यह पता लगता है कि भगवान श्रीकृष्ण आदर्श गृहस्थ थे । भागवत में वर्णन आता है कि जब श्रीनारद जी के दिल में यह प्रश्न उठा कि एक श्रीकृष्ण 16108 रानियों के साथ कैसे गृहस्था चला रहे हैं । तो इसकी जांच करने के लिए वह द्वारका पहुंचे और भगवान की एक – एक पत्नी के …

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श्रीकैकेयी और सुमित्रा माता के चरित्र से शिक्षा

shree kaikeyee aur sumitra maata ke charitr se shiksha

भरत माता श्री कैकेयी जी के चरित्रों से प्रकट और गुप्त – दो प्रकार की शिक्षाएं लौकिक तथा पारलौकिक रूपों में मिलती हैं । प्रथम प्रकटरूप में लोकशिक्षा को स्पष्ट किया गया है – जैसे कोई कैसा भी भला ऎघर क्यों न हो, घरवालों में परस्पर कैसी भी प्रीति क्यों न हो, घर की स्त्रियां कैसी भी सुयोग्य और सुबोध …

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