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Tag Archives: paarvatee

कैलाश मानसरोवर

kailash-mansarover

कैलाश मानसरोवर को शिव-पार्वती का घर माना जाता है। सदियों से देवता, दानव, योगी, मुनि और सिद्ध महात्मा यहां तपस्या करते आए हैं। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार हिमालय जैसा कोई दूसरा पर्वत नहीं है क्योंकि यहां भगवान शिव का निवास है और मानसरोवर भी यहीं स्थित है। हर वर्ष मई-जून महीने में भारत सरकार के सौजन्य से सैकड़ों तीर्थयात्री कैलाश …

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कालका जी मंदिर

Kalka Ji Mandir Story

भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित कालका जी मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर और देवीपीठ माना जाता है। यह मंदिर एक छोटी-सी पहाड़ी पर स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर करीब 3000 वर्ष पुराना है। कालका जी का मंदिर (Kalkaji Mandir, Delhi) देवी के प्रसिद्ध सिद्ध पीठों में से एक है, और मां काली को समर्पित है। इसे “मनोकामना …

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म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ

mhaara keertan me ras barasao

म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, बरसाओ, आओ जी गजानन आओ । ॐ गण गणपतये नमो नमः श्री सिद्धिविनायक नमो नमः अष्टविनायक नमो नमः गणपती बाप्पा मोरया रणत भंवर से आओ जी गजानन, रिद्धि सिद्धि ने संग प्रभु लाओ । आओ जी गजानन आओ… पार्वती के पुत्र गजानन, भोले शंकर के मन भाओ । आओ जी गजानन आओ… हम सबके प्रभु …

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अमरनाथ धाम का महात्म्य एवं यात्रा का फल(Importance of Amarnaath Dhaam Yatra)

Ek Bar Bhagwan Narayan Story

कहते हैं जिस पर भोले बाबा की कृपा होती है वही अमरनाथ धाम पहुंचता है. यहां पहुंचना ही सबसे बड़ा पुण्य है. जो भक्त बाबा हिमानी का दर्शन करता है उसे इस संसार में सर्व सुख की प्राप्ति होती है. व्यक्ति के कई जन्मों के पाप कटित हो जाते हैं और शरीर त्याग करने के पश्चात उत्तम लोक में स्थान …

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अमरनाथ धाम की कथा (story of Amarnath shrine)

amaranaath dhaam kee katha

माता पार्वती शिव के समान ही आदि शक्ति हैं. सृष्टि के आरम्भ से लेकर अंत तक की सभी कथाएं इन्हें ज्ञात है. एक समय की बात है देवी पार्वती के मन में अमर होने की कथा जानने की जिज्ञासा हुई. पार्वती ने भगवान शंकर से अमर होने की कथा सुनाने के लिए कहा. भगवान शंकर पार्वती की बात सुनकर चौंक …

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शिवरात्रि कथा (Shivaratri Story)

Shivaratri Story

महाशिवरात्रि’ के विषय में भिन्न – भिन्न मत हैं, कुछ विद्वानों का मत है कि आज के ही दिन शिवजी और माता पार्वती विवाह-सूत्र में बंधे थे जबकि अन्य कुछ विद्वान् ऐसा मानते हैं कि आज के ही दिन शिवजी ने ‘कालकूट’ नाम का विष पिया था जो सागरमंथन के समय समुद्र से निकला था | ज्ञात है कि यह …

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श्री शिवा चालीसा

daada tera kya farz nahee bhakto ke ghar aane ka

सावन मास में शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दुखों को भूला कर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। || चौपाई || अज अनादि अविगत अलख, अकल अतुल अविकार। बंदौं शिव-पद-युग-कमल अमल अतीव उदार॥ आर्तिहरण सुखकरण शुभ भक्ति -मुक्ति -दातार। करौ अनुग्रह दीन लखि अपनो विरद विचार॥ …

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औढरदानी भगवान शिव

krshnadarshan - bhagavaan shiv ke avataar

भगवान शिव और उनका नाम समस्त मंगलों का मूल है । वे कल्याण की जन्मभूमि, परम कल्याणमय तथा शांति के आगार हैं । वेद तथा आगमों में भगवान शिव को विशुद्ध ज्ञानस्वरूप बताया गया है । समस्त विद्याओं के मूल स्थान भी भगवान शिव ही हैं । उनका यह दिव्यज्ञान स्वत:संभूत है । ज्ञान, बल, इच्छा और क्रिया – शक्ति …

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अक्षय तृतीया का महात्म्य

tritya

वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया कहते हैं। यह सनातन धर्मियों का प्रधान त्यौहार है। इस दिन दिए हुए दान और किए हुए स्नान, होम, जप आदि सभी कर्मों का फल अनंत होता है – सभी अक्षय हो जाते हैं; इसी से इसका नाम अक्षया हुआ है। इसी तिथि को नर-नारायण, परशुराम और हयग्रीव-अवतार हुए थे; इसलिए इस दिन उनकी …

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आखिर क्यों दिया था माता पार्वती ने भगवान शिव, विष्णु, नारद, कार्तिकेय और रावण को श्राप!!

Aakhir Kyo Diya Tha Mata Parvati Ne Story

एक बार भगवान शंकर ने माता पार्वती के साथ जुआ खेलने की अभिलाषा प्रकट की। खेल में भगवान शंकर अपना सब कुछ हार गए। हारने के बाद भोलेनाथ अपनी लीला को रचते हुए पत्तों के वस्त्र पहनकर गंगा के तट पर चले गए। कार्तिकेय जी को जब सारी बात पता चली, तो वह माता पार्वती से समस्त वस्तुएँ वापस लेने …

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