ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय |
सांसो की सरगम पे धड़कन यह दोहराए ||
जीवन मे कैसा अँधेरा हुआ है,
संदेह ने हमें घेरा हुआ |
मन पंछी आज भगवन बहुत घबराए ||
विशवास की माला टूटी पड़ी है,
भगवान् सहारा दे मुश्किल घडी है |
रसता दिखा राही तेरी शरण आये ||
इस कहानी में हरिराम नामक आदमी के बदलते दृष्टिकोण और उसकी नास्तिकता से बच्चे को दवा देने की भरपूर भावना को दर्शाया गया है।.........