यह बात त्रेतायुग में उस समय की है जब केवट भगवान के चरण धो रहा हैं, वह भगवान राम का एक पैर धोते और उसे निकालकर कठौती से बाहर रख देते हैं। और जब दूसरा धोने लगता है तो पहला वाला पैर गीला होने से जमीन पर रखने से धूल भरा हो जाता है। केवट दूसरा पैर बाहर रखता है। …
Read More »Monthly Archives: September 2017
भक्त यदि सच्चा हो तो उसके बुलाने पर आते हैं कृष्ण
एक बार एक गरीब किसान था। उसने अपनी बेटी की शादी के लिए सेठ से पांच सौ रुपए उधार लिए। गरीब किसान ने अपनी बेटी की शादी के बाद धीरे-धीरे सब पैसा ब्याज समेत चुकता कर दिया। लेकिन उस सेठ के मन में पाप आ गया। उसने सोचा ये किसान अनपढ़ है। इसे लूटा जाए। गरीब किसान ने कहा की …
Read More »यहां मौजूद है मन की हलचल को दूर करने का अचूक उपाय
महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों के संग जंगल से गुजर रहे थे। दोपहर को एक वृक्ष के नीचे विश्राम करने रुके। उन्होंने शिष्य से कहा, ‘प्यास लग रही है, कहीं पानी मिले, तो लेकर आओ।’ शिष्य एक पहाड़ी झरने से लगी झील से पानी लेने गया। झील से कुछ पशु दौड़कर निकले थे, जिससे उसका पानी गंदा हो गया था। उसमें …
Read More »लोहा खा गया घुन!
एक बार की बात है दो व्यक्ति थे, जिनका नाम था मामा और फूफा। मामा और फूफा दोनों व्यापार करते थे और दोनों व्यापार में सहभागी थे। मामा ने फूफा से कहा,” फूफा क्यों ना हम कोई ऐसी वस्तु खरीद लें जो जल्दी खराब ना हो और उसकी कीमत भी बढती रहे; फिर हम उसे कुछ वर्षो बाद बेचें जिससे …
Read More »राजा के कुत्ते को नदी में फेंककर सिखाया सबक
एक बादशाह अपने कुत्ते के साथ नाव में यात्रा कर रहा था। नाव में अन्य यात्रियों के साथ एक दार्शनिक भी था।कुत्ते ने कभी नौका में सफर नहीं किया था, इसलिए वह असहज महसूस कर रहा था। वह उछल-कूद कर रहा था और किसी को चैन से नहीं बैठने दे रहा था। मल्लाह उसकी उछल-कूद से परेशान था कि ऐसी …
Read More »किसी ने सही कहा है, सम्मान चाहिए तो पहले सम्मान देना सीखें
बहुत पुरानी बात है। एक व्यक्ति अक्सर धर्मग्रंथों का मजाक उड़ाया करता था। वह नास्तिक था। वह ईश्वर में विश्वास करने वालों का सम्मान नहीं करता था। वह उनसे वैचारिक बहस न करके, कुतर्कों के जरिए उनका मनोबल तोड़ने की कोशिश करता था। एक दिन वह एक पादरी के पास पहुंचा। उसका मकसद पादरी को नीचा दिखाना था। उसने पादरी …
Read More »लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की विनोदप्रियता
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक धुन के पक्के थे। उनकी एक और विशेषता उनकी विनोदप्रियता थी। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी वह मनोविनोद करते हुए समस्या को सुलझा लेते थे। वह ‘केसरी’ नाम का मराठी दैनिक अखबार निकालते थे, जिसके तीखे तेवर से अंग्रेज सरकार परेशान रहती थी। वह छोटी-छोटी बात को लेकर उन पर मुकदमा कर देती थी। एक …
Read More »सपने में देखा कामयाबी का रास्ता
सिलाई मशीन से एक बहुत ही रोचक कहानी जुड़ी हुई है। कहते हैं जब सिलाई मशीन के आविष्कारक एलियास होवे ने सिलाई मशीन बना तो ली लेकिन जब वह उसे चलाने का प्रयास करते, तो बार-बार या तो धागा उलझ जाता या टूट जाता। एलियास ने मशीन की अच्छी तरह जांच-परख की तो उन्हें पता चला कि बाकी सब तो …
Read More »रामायण मे एक घास के तिनके का भी रहस्य है
रामायण मे एक घास के तिनके का भी रहस्य है, और रामायण के अंदर इस टाइप के बहुत से रहस्य छिपे हैं जो हर किसी को नहीं मालूम क्योंकि आज तक किसी ने हमारे ग्रंथो को समझने की कोशिश नहीं की,सिर्फ हमने पढ़ा है देखा है और सुना है,आज मैं आप के समक्ष ऐसा ही एक रहस्य बताने जा रहा …
Read More »इस प्रेरक कहानी में छुपा है हैप्पी लाइफ का फंडा
जंगल में एक कौआ रहता था जो अपने जीवन से पूरी तरह संतुष्ट था। एक दिन उसने बत्तख देखी और सोचा, “यह बत्तख कितनी सफेद है और मैं कितना काला। यह बत्तख तो संसार की सबसे ज्यादा खुश पक्षी होगी। उसने अपने विचार बत्तख से बतलाए। बत्तख ने उत्तर दिया, दरअसल मुझे भी ऐसा ही लगता था कि मैं सबसे …
Read More »