एक बार की बात है एक संत के पास उनका शिष्य पहुंचा और उनसे विनम्रता से कहा, मुझे मुक्ति का मार्ग बताएं। संत बोले, कब्रिस्तान जाओ और सारी कब्रों को गालियां देकर आओ। शिष्य ने संत के अनुसार ऐसा ही किया।
अगले दिन वह शिष्य फिर संत के पास गया तब संत ने कहा, इस बार तुम फिर कब्रिस्तान जाओ और वहां मौजूद सारी कब्रों के सामने स्तुति करो। यह सब करने के बाद जब शिष्य पुनः संत के पास पहुंचा तो उन्होंने कहा, क्या तुम्हारे गाली देने या स्तुति करने पर कब्रिस्तान में कोई प्रतिक्रिया हुई।
शिष्य ने कहा, बिल्कुल नहीं। संत बोले यह दुनिया ऐसी है मरणशील है। यहां मान-अपमान के बारे में मत सोच। इसी में मुक्ति है।
Hindi to English
Once upon a time his disciple came to a saint and told him politely, tell me the path of salvation. Say saint, go to the graveyard and bring all the graves to abuses. The disciple did the same according to the saint.
The next day the disciple then went to the saint and the saint said, “This time you go to the graveyard and praise all the tombs present there. After doing all this, when the disciple returned to the saint, he said, if there was any reaction in the graveyard to abusive or praise you.
The disciple said, of course not at all. The saint said this world is such a mortal. Do not think of humiliation here. This is the liberation in this.