मैं दीवानी तेरे नाम की हु
ना इस दुनिया के काम की हु
श्याम हुए है अब मेरे
और मैं तो हो गई श्याम की हु
मैंने तो तुम्हे अपना माना है
अब जिद है श्याम तुझको पाना है
मेरी साँसे मेरी धडकन बस गाये ये तराना
तेरे नाम का मैं तो हो गया दीवाना
देखती हु मैं याहा दीखता मुझे श्याम है
हो मेरे पास कुछ भी नही
इक बस तेरा नाम है
अब न कोई आये मुश्किल मिल जायेगी हर इक मंजिल
उसका नाम लेके मुझे चलते है जाना
श्याम नाम का मैं तो हो गया दीवाना
दोड़ते है नस नस में वो जैसे बन के मेरा लहू
सांसो की सरगम वही इस से ज्यदा मैं क्या कहू
जब से श्याम तुमको देखा चमके भ्ग्ये की रेखा
तुम को बिठाया दिल बुल गई ज़माना
श्याम नाम का मैं तो हो गया दीवाना…….