बहुत समय पहले, एक राजा था जो हमेशा अपनी रानी को डॉटता रहता था। एक दिन उसने गुस्से में रानी को महल से निकल जाने को कहा। रानी बहुत दुखी हुई।
राजा ने रानी से कहा-“जो तुम्हारे लिए सबसे ज्यादा कीमती हो, उस चीज़ को तुम अपने साथ ले जा सकती हो। अगली सुबह जब राजा जागा तो उसने अपने आपको एक नए कमरे में पाया।
उसने रानी को पुकारा। जब रानी आई तो उसने गुस्से से उससे पूछा-“यहाँ क्या हो रहा है? मैं कहाँ हूँ?” रानी ने जवाब दिया-“कल आपने ही मुझे, सबसे कीमती चीज़ लेकर महल से निकल जाने को कहा था।
मेरे लिए आप ही सबसे कीमती हो, इसलिए मैं आपको अपने माता-पिता के घर लेकर आ गई।” यह सुनकर राजा को बहुत दुख हुआ। उसने रानी से माफी मांगी और उसे लेकर अपने महल में चला गया।