एक बार एक गोयलानु दूध बेच रही थी। और सब लोगों को दूध नाप-नापकर देती थी। उस समय वहाँ एक नौजवान लड़का दूध लेने के लिए आया। ग्वालन ने उस नौजवान को बिना नापकर ही दूध से उसका बर्तन भर दिया। वही थोड़ी दूर पर एक साधु, हाथ में माला लेकर मनको को गिन-गिनकर माला फेर रहा था। तभी उसकी नजर उस ग्वालन पर पड़ी। और उसने यह सब देखा। उसने पास बैठे हुए व्यक्ति को सारी बात बताकर इसका कारन पूछा। तो उस व्यक्ति ने बताया, “जिस नौजवान को उस ग्वालन ने बिना नापे दूध दे दिया है वह उस नौजवान से प्रेम करती है इसलिए उसने बिना नापे ही उसे दूध दे दिया।”
यह बात उस साधु के दिल को छू गई की, “एक दूध बेचने वाली ग्वालन, जिससे प्रेम करती है वह उसका हिसाब नहीं रखती। और मैं जिस ईश्वर से प्रेम करता हूँ उनका नाम माला में गिन-गिनकर लेता हूँ। मुझसे अच्छी तो वह ग्वालन है। ”
दोस्तों यह कहानी भी हमारी जिंदगी से ही जुडी है। हम भी जिनसे प्रेम करते है, हमें उनके साथ हिसाब-किताब नहीं रखना चाहिए। क्यूंकि जहाँ हिसाब-किताब होता है वहाँ प्रेम नहीं होता। और जहाँ प्रेम होता है वहाँ कैसा हिसाब-किताब? पर आज के इस कलयुग के युग में लोग प्रेम भी हिसाब-किताब देखकर करते है की अगर उसने मेरे लिए किया है तो ही मैं करूँगा। अगर वह मेरे लिए कुछ नहीं करता तो मैं क्यों करूँ? यह प्रेम नहीं है, यह व्यापर है। इसलिए हमारे रिश्तों के मधुरता खो गई है। इसलिए हमारे रिश्तों में वह प्रेम कही खो गया है।
यह कहानी हमे शिक्षा देती है की अगर आप अपने रिश्तों में प्रेम बढ़ाना चाहते है तो किसी भी तरह का हिसाब-किताब करना छोड़ दो की उसने क्या किया? आपने क्या किया? वह क्या करता है? आप क्या करते है? अगर आप किसी से प्रेम करते हो तो बेस निश्वार्थ होकर उससे प्रेम करो।
English Translation
Once a Goelanu was selling milk. And used to measure milk to all the people. At that time a young boy came there to get milk. Gwalan filled the vessel with milk without measuring the young man. At the same distance, a monk, with a garland in his hand, was turning the garland by counting the beads. Then he got his eye on Gwalan. And he saw it all. He asked the person sitting nearby and asked for the reason. So the person said, “The young man to whom that Gwalan has given milk to him without love is in love with the young man, so he gave milk to him without any measure.”
It touched the heart of the monk, “Gwalan, a milk seller, does not keep track of who she loves.” And I count the names of the God I love in the rosary. He is better than me. ”
Friends, this story is also related to our life. We, too, should not keep accounts with those whom we love. Because where there is an accounting, there is no love. And where there is love, what kind of account is there? But in today’s era of Kali-yuga, people also love seeing the accounts that if they have done it for me then only I will do it. If he does nothing for me then why should I do it? This is not love, this is business. That’s why the sweetness of our relationships is lost. That’s why that love is lost in our relationships.
This story teaches us that if you want to increase love in your relationships, then stop doing any kind of accounting, what did he do? what did you do? What does he do? What do you do If you love someone, base yourself and love him.