सहायता का महत्व
आज के क़रीब 25 साल पहले की बात है उस समय अगर आप ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं तो जब टिकट लेते हैं उसने एक option रहता था कि आप Mr Mrs या डॉक्टर लिख सकते थे मतलब फॉर्म भरते समय आप लिख सकते थे कि आप डॉक्टर हैं आजकल मुझे नहीं मालूम कि क्या सिस्टम है लेकिन उन दिनों में ये सिस्टम था एक बार की बात है मैं New Delhi से Chennai Tamilnadu Express से जा रहा था उस जमाने में मुझे अपने नाम के सामने डॉक्टर लिखने का बड़ा शौक़ था ख़ास कर कि ट्रेन में मैंने अपने नाम के पहले डॉक्टर लिख कर अपना स्लीपर non AC का टिकट लिया था
तमिलनाडु एक्सप्रेस उन लंबी दूरी की ट्रेन में से है जो एक बार चलती है तो क़रीब 400-500 किलोमीटर के बाद ही रुकती है या उसके बाद का ही टिकट ले सकते हैं सिर्फ़ technical halt कहीं कहीं रहता है बहुत कम stops थे इसके मुझे इस ट्रेन से शुरू से last तक जाना था इसलिए मैं निश्चिंत होकर अपनी सीट पर लेटा हुआ था रात का समय था क़रीब 12-1 बजे की बात थी मैं सोया हुआ था इतने में एक ट्रेन का स्टाफ ड्रेस में आया और मेरा नाम लिया और बोला कि आप ही हैं क्या आप डॉक्टर हैं?
मैंने कहा हाँ क्या बात है उसने कहा कि एक इमरजेंसी है ज़रा देख लीजिए
मैंने कहा कि चलिए ये ट्रेन सुपरफास्ट है और बहुत लंबी ट्रेन है एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाने में क़रीब 600-700 मीटर हो जाता है मैं उस आदमी के साथ चला और जाने के पहले अपने पड़ोसी को बोला कि भाई मेरा सामान देखना पूरी की पूरी ट्रेन आपस में जुड़ी हुई रहती है इसलिए कोई दिक़्क़त नहीं थी मैं चला उस स्टाफ के साथ क़रीब 7-8 डिब्बे को पार करके उस डिब्बे में हम लोग उस patient के पास पहुँचे पूरा याद नहीं है कि क्या problem थी लेकिन उस patient के पास दवाइयाँ थी क्योंकि पहले से ही कुछ इलाज चल रहा था बस उसको एक बार देख कर क्या लेना है वही बताना था मैंने उसको बता दिया कि कौन सी दवा लेना है और क़रीब 10-15 minute वहाँ बैठ कर जब उसकी तबियत थोड़ा ठीक हो गई तब वहाँ से मैं वापस अपने डिब्बे में आने के लिये मैं चला वह स्टाफ जो मुझको लेने आया था
वह बोला कि मैं चलूँ क्या आपको छोड़ने तो मैंने कहा कि नहीं मैं चला जाऊँगा मैं वापस अपने डिब्बे की तरफ़ चला कई डिब्बे पार करके अपने डिब्बे में पहुँच गया थोड़ी देर के लिए लेटा ही था कि फिर से वही स्टाफ़ वापस आ गया बोला कि उसको फिर से तकलीफ़ शुरू हो गई है चल कर प्लीज़ देख लीजिए मेरी नींद आते आते फिर ग़ायब हो गई वापस फिर सारा डिब्बा पार कर मैं गया मैंने उसे देखा और suggest किया कि अगले stop पर उतर कर हॉस्पिटल चले जाओ क्योंकि उसको शायद दवाइयाँ काम नहीं कर रही थीं और मेरे पास कोई extra दवाई नहीं थी रेल में कुछ first aid की दवा थी शायद लेकिन वह उसको काम नहीं आती मैंने वहाँ क़रीब एक घंटा बैठ कर उसको monitor किया |
करीबी एक घंटे बाद कोई बड़ा स्टेशन आया और उस पैसेंजर और उसके साथ वाले को वहाँ पर उतारा गया उसके बाद फिर ट्रेन आगे बढ़ी इस दौरान मुझे टेंशन हो रहा थे कि मेरा सामान कोई उठा के ना ले के जाये किसी तरह से मैं वापस अपनी सीट पर आया तब तक क़रीब सवेरे के 4 बजने वाले थे मैंने वापस आकर सोने की कोशिश किया लेकिन नींद नहीं आयी मुझे संतोष था कि मैं किसी के काम आया हालाँकि इस चक्कर में मेरी नींद ख़राब हो गई थी लेकिन हम लोगों को इसकी आदत है