Breaking News

आई फागण की रुत आई

आई फागण की रुत आई,
अब तो आजा श्याम कन्हाई,
तेरे मुखड़े पे मलके गुलाल कन्हैया,
कर देंगे कारे से लाल॥

सुनो जी बात हमारी, प्रेम की भर पिचकारी,
आज लाये गिरधारी, ओ सांवरिया,
श्याम अब मत शर्माओ, हमें भी रंग लगाओ
गले मेरे लग जाओ ओ सांवरिया,
बच ना पाओगे नन्द लाला, आये गोपी संग में ग्वाला,
तेरे मुखड़े पे मलके गुलाल कन्हैया,
कर देंगे कारे से लाल…….

रेंज पीताम्बरा आला, तेरी बैजंती माला,
मान जाओ गोपाला, ओ आ जाओ,
मुकुट और कुण्डल छलिया, रंगेंगे काली कमलिया,
छुपाओ ना ये मुरलिया, ओ आ जाओ,
बरसे प्यार का रंग मन हर्षे,
आज ना जाएँ तेरे दर से,
तेरे मुखड़े पे मलके गुलाल कन्हैया,
कर देंगे कारे से लाल…..

भाव की है ये होली, बना भक्तों की टोली,
आये तेरे हमजोली, कन्हैया,
रजनी तुमसे बस चाहे, तेरे रंग में रंग जाएँ,
होली हम साथ मनाएं कन्हैया,
कर दो स्नेह कृपा का तेरी, तो रंग जाए दुनिया मेरी,
तेरे मुखड़े पे मलके गुलाल कन्हैया,
कर देंगे कारे से लाल….

आई फागण की रुत आई,
अब तो आजा श्याम कन्हाई…….

Check Also

bhandara

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना चाहिए

भंडारे या लंगर का प्रसाद खाना या नहीं? धार्मिक स्थलों पर आयोजित भंडारे ने निर्धनों को सहारा देते हैं, लेकिन सक्षम व्यक्ति के लिए सेवा या....