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ऐवें रूसिया न कर


ऐवें रूसिया न कर मेरी जान सजना
इक दिन छड जाना एह जहां सजना
कोई अपना हॉवे ते दुःख सुख वंडदा,
किसे गैर ते की करिये की मान सजना,
कदे साडा वी तू बन मेहमान सजना
इक दिन छड जाना एह जहां सजना
ऐवें रूसिया न कर मेरी जान सजना

तुम जान आयोगये  बिसारो मुझे
पर मैं न तुमे बिसराइया  करू,
मेरी इस में ख़ुशी तुम रूठा करो
मैं अकेले में तुमको मनाया करू
मेरे रोने पे तुमको जो आये हसी,
तो मैं रो रो के तुम को हसाया करू
तेरे चरणों की धूलि को चन्दन समज
मैं तो माथे पे अपने सजाया करू

इक दूजे दा कदी न दिल तोडिये ना तोडिये,
मुख सजना तो कदी वी ना मोड़िये न मोड़ीये ,
बेह के इश्क दी बेड़ी असा पार लंघना,
अलाह बादशाह ऐ साडा निगेहबान सजना
होई तेरे बाजो दुनिया वीरान सजना
इक दिन छड जाना एह जहां सजना
ऐवें रूसिया न कर मेरी जान सजना

अग अपने इश्क वाली सेकिये आजा सेकिये,
पीछा मुड के न किसे वल वेखिये न वेखीये ,
मुख दिसे न तेरा ते नहियो दिन चडदा,
तेरे दम नाल जान विच जान सजना ,
वख रह के न कर परेशान सजना
इक दिन छड जाना एह जहां सजना
ऐवें रूसिया न कर मेरी जान सजना

औखा लंगदा ऐ वक़्त विछोडेया दा,
बिना यार गुजारा कौन करे
दुनिया तो किनारा हो सकदा मोहन तो किनारा कौन करे
मेरा जी नहियो लगदा यार बिना
दुःख दर्द दा चारा कौन करे
इक दिन हॉवे ता लंग जावे सारी उमर गुजारा कौन करे
सीने ला लै तू सानु इक वार वे इक वार वे
इकले जीना नी आसा वी दिलदार वे दिलदार वे
तेरे नाम जीवांगे तेरे नाल मरांगे,
असा तेरे नाल किती ऐ जुबान सजना,
सदा रहना नहियो जग ते निशान सजना
इक दिन छड जाना एह जहां सजना
ऐवें रूसिया न कर मेरी जान सजना…………..

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