अपने मन को ही मंदिर बना लो
श्याम सुंदर को उस में बिठा लो
चाहे देश में रहो प्रदेश में रहो
किसी वेश में रहो परिवेश में रहो
अपने मन में प्रभु को बसा लो
श्याम सुंदर को उस में बिठा लो
उनकी करुना में कोई कमी है नही उनको पा लो कही तुम बुला लो कही
उनके चरणों को कुर से लगा लो श्याम सुंदर को उस में बिठा लो
नैन के आंसूयो से प्खारो चरण
पाहि केह कर के जाओ प्रभु की शरण
अपनी करुना से परभू को रिजा लो
श्याम सुंदर को उस में बिठा लो……,
राधा का नाम हमें निराला मिला है ॥
अमर हो जा अमृत का पियाला मिला है॥
चाहे तुम हंस के कहो ,तुम रो के कहो,
तुम हस्ते कहो ,चाहे तुम रोत्ते कहो चाहे चलते कहो, तुम सोते कहो,
नामो में अनमोल हीरा मिला॥
अमर हो जा अमृत का पियाला मिला है,
राधा का नाम हमें निराला मिला है ॥
अमर हो जा अमृत का पियाला मिला है॥
मुझे विश्रम मिले प्रभु का नाम मिले ,
बड़ा आराम मिले सलोना श्याम मिले,
भगतों को जीवन सहारा मिला,
अमर हो जा अमृत का पियाला मिला है,
राधा का नाम हमें निराला मिला है ॥
अमर हो जा अमृत का पियाला मिला है,,,,,