अरे म्हारा कानुड़ा के काई होग्यो
एके कुन की नजारा लागि रे
कानुड़ा ने लेन मैं तो गवाना गयी थी
ईके गावना की ईके गावना की
ईके गावना की नजर लागी रे
अरे म्हारा कानुड़ा के काई होग्यो,,,,,
कानुड़ा ने लेने मैं तो ठकरा के गयी थी
ईके ठकुराना के नजारा लागे रे
अरे म्हारा कानुड़ा के काई होग्यो,,,,,,,
कानुड़ा ने लेने मैं तो जाटा के गयी जी
ईके जाटने के नजारा लागे रे
अरे म्हारा कानुड़ा के काई होग्यो,,,,,
कानुड़ा ने लेने मैं तो गुजरा के गयी जी
ईके गुजरा के नजारा लागे रे
अरे म्हारा कानुड़ा के काई होग्यो,,,,,