Breaking News

Neeti Gupta

तीन मछलियाँ नैतिक

तीन मछलियाँ

तीन मछलियाँ एक नदी के किनारे उसी नदी से जुडा एक बडा जलाशय था। जलाशय में पानी गहरा होता हैं, इसलिए उसमें काई तथा मछलियों का प्रिय भोजन जलीय सूक्ष्म पौधे उगते हैं। ऐसे स्थान मछलियों को बहुत रास आते हैं। उस जलाशय में भी नदी से बहुत-सी मछलियां आकर रहती थी। अंडे देने के लिए तो सभी मछलियां उस जलाशय में …

Read More »

होशियार कौआ

तीन मछलियाँ

बहुत समय पहले की बात है एक राजा के महल के बगीचे में एक कौआ अपनी बीवी के साथ रहता था। वह बगीचे के सबसे बड़े पेड़ पर रहते थे। उसी पेड़ के निचे एक अजगर का बिल था। कौए को पता था की अजगर वही रहता है फिर भी वह उस पेड़ पर ही काफी समय से रहते थे। दोनों कौए …

Read More »

बेटी बेटो से कम नहीं

बेटी बेटो से कम नहीं

एक गांव में रामसिंह और पदमा पति पत्नी रहते थे। कुछ समय बाद उनका बच्चा होने वाला था। पदमा हॉस्पिटल में भर्ती थी। नर्स ने रामसिंह को आकर खुशखबरी दी की आपके जुड़वाँ बच्चे हुए है। रामसिंह ने कहा की दो – दो लड़के लेकिन नर्स ने कहा की एक लड़का एक लड़की। रामसिंह लड़की नहीं चाहता था। क्योंकि लड़की की शादी …

Read More »

ख़रगोश की चतुराई

ख़रगोश की चतुराई

किसी घने वन में एक बहुत बड़ा शेर रहता था। वह रोज शिकार पर निकलता और एक ही नहीं, दो नहीं कई-कई जानवरों का काम तमाम देता। जंगल के जानवर डरने लगे कि अगर शेर इसी तरह शिकार करता रहा तो एक दिन ऐसा आयेगा कि जंगल में कोई भी जानवर नहीं बचेगा। सारे जंगल में सनसनी फैल गई। शेर …

Read More »

बूढी औरत और कौआ

बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक पीपल का पेड़ था। जिसमे बहुत सारे कौए रहते थे। एक दिन सुबह के समय सभी कौए रोज़ की तरह खाने की तलाश में पेड़ से चले गए। लेकिन एक कौआ सोया रहा। जब वह उठा तो उसने देखा की सभी कौए जा चुके थे। इसके बाद उसने अकेले ही भोजन की …

Read More »

परिस्थितियों को दोष देना

परिस्थितियों को दोष देना

परिस्थितियों को दोष देना बहुत समय पहले की बात है दोस्तोंएक आदमी रेगिस्तान में फंस गया था वह मन ही मन अपने आप को बोल रहा था कि यह कितनी अच्छी और सुंदर जगह है अगर यहां पर पानी होता तो यहां पर कितने अच्छे-अच्छे पेड़ उग रहे होते और यहां पर कितने लोग घूमने आना चाहते होंगे मतलब ब्लेम कर रहा था कि यह होता तो वो …

Read More »

कुछ तो लोग कहेंगे

कुछ तो लोग कहेंगे

कुछ तो लोग कहेंगे एक पिता अपने बेटे के साथ घोड़े की सहायता से जा रहे थे,उसने बेटे को घोड़े पर बैठाया हुआ था और खुद पैदल चल रहे थे ।यह देखकर लोगो ने कहा कैसा पागल इंसान है, जब घोड़ा साथ मे है तो खुद पैदल चल रहा है । उसने सोचा  बात तो ठीक है लोग सही बोल रहे है,तो वो भी घोड़े पर …

Read More »

अब तुम पत्थर गिनो

अब तुम पत्थर गिनो एक अमीर आदमी एक गाँव में रहा करता था। वह बहुत कंजूस था। उसके पास कई सोने के सिक्के थे। उसने एक सिक्के में सोने के सिक्के रखे थे और उसे पिछवाड़े में गाड़ दिया। हर दिन आधी रात को कंजूस जागता था और पिछवाड़े जाकर देखता था कि सोने के सिक्के सुरक्षित हैं या नहीं। आओ। देखते …

Read More »

संन्यासी की दया भावना

swami dayanand

स्वामी दयानंद स्वामीजी त्याग की साक्षात् मूर्ति थे। चौबीस घंटे में एक बार किसी घर से भिक्षा प्राप्त करते थे। बाकी समय साधना व लोगों को सदाचार का उपदेश देने में लगाते । स्वामी दयानंद ब्रह्मनिष्ठ संत थे । वे प्रायः कहा करते थे कि जो व्यक्ति गरीबों व असहायों से प्रेम करता है, भगवान् उसे अपनी कृपा का अधिकारी …

Read More »

रास्ते का पत्थर और ज़िम्मेदारी

एक महाराजा थे। वह बहुत बुद्धिमान और चतुर था। एक दिन वह परीक्षण करना चाहता था कि उसके विषय जिम्मेदार हैं या नहीं। वह सुबह जल्दी उठा, एक दाना दान किया और गाँव चला गया। उसने रास्ते से एक बड़ा पत्थर उठाया और उसे सड़क के केंद्र में रख दिया। और उसने इसके नीचे एक पत्र रखा। पत्र में उन्होंने …

Read More »