तुझे लीन्हो यशोदा ने मोल, बात मेरी सुन सांवरे
आज देती हूँ भेद खोल, बात मेरी सुन सांवरे……….
सखियों का श्याम तूमने माखन चुराया,
माता यशोदा ने ऊखल से बांधा….ii
बृज में मच गया शोर, बात मेरी सुन,
तुझे लीन्हो यशोदा ने मोल…….
बाली उमरिया में माटी जो खाई,
माता यशोदा मारन को आई…..ii
दिल की बड़ी है कठोर, बात मेरी सुन……
तुझे लीन्हो यशोदा ने मोल…….
माता यशोदा तुमसे गऊए चरवाए,
गऊए चरवाए पानी भरवाए….ii
नौकर मिला है अनमोल, बात मेरी सुन……..
आज देती हूँ भेद खोल……
माता भी गोरी, नंदबाबा भी गोरे…ii
तुम तो काले कलूट, बात मेरी सुन
तुझे लीन्हो यशोदा ने मोल…..
मेरी बात का बुरा मत मानना,
गुस्सा मत मानना, बुरा मत मानना….ii
हंस कर कह दिया ताना मत जानना,
सखियाँ खड़ी हथ जोड़, बात मेरी सुन,
सखियाँ खड़ी हथ जोड़, बात मेरी सुन,
तुझे लीन्हो यशोदा ने मोल………..