बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
नन्द लाला म्हारा बड़ा प्यारा
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
वृंदावन की गली गली में धूम मची बंसी की,
राधे रानी दोडी आई सुनते ही धुन बंसी की
बंसी राधे को मन भाई रे नन्द लाला
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
बंसी की धुन सुन के ग्वालन झूम झूम के गावे,
मंत्र मुक्त हो ढोल कलिया बंसी धुन मन भावे,
गौए दोडी दोडी आ गई है नन्द लाला
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
नन्द लाला म्हारा बड़ा प्यारा
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
कान्हा मेरे कान्हा कभी मेरे घर भी आ जाना
मुझे आके दर्श दिखा जाना
कान्हा मेरे कान्हा कभी मेरे घर भी आ जाना
स्वागत में तेरे पलके बिछाऊ माखन मिशरी का भोग लगाऊ,
कभी भोग लगाने आ जाना भगतो का मान बड़ा जाना
कान्हा मेरे कान्हा कभी मेरे घर भी आ जाना
आँगन बुहारू बाट निहारु तन मन अपना कान्हा तुझपे मैं वारु
मुझे आकर गले लगा जाना अखियो की प्यास बुजा जाना
कान्हा मेरे कान्हा कभी मेरे घर भी आ जाना
सोरव मधुरकर की अर्जी सुन ले कन्हिया
आजा रे आजा अब बंसी बजाईआ
बंसी की तान सुना जाना मेरी भी आस पूरा जाना
कान्हा मेरे कान्हा कभी मेरे घर भी आ जाना
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला
नन्द लाला म्हारा बड़ा प्यारा
बंशी मधुर बजावे मारा नंदलाला…….