एक बार एक गाँव में एक चूहे का परिवार रहता था। एक दिन सबसे छोटा चूहा खेलने के लिए बाहर निकला। अचानक उसने एक मुर्गे को देखा।
उसकी बड़ी चोंच, पंख और उसके सिर के ऊपर लाल कलगी को देखकर वह डर गया। आगे उसे एक बहुत सुंदर बिल्ली दिखी।
उसे आकर्षक आँखें और नर्म बाल उसे बहुत अच्छे लगे।
घर जाकर उसने सारी बात अपनी माँ को बताई। उसकी माँ बहुत हैरान हुई। उसकी माँ ने कहा-“तुम बहुत भोले हो, कभी भी किसी के बाहरी दिखावे पर नहीं जाना चाहिए।
जिस जानवर को तुम भयानक कह रहे हो, वह एक मासूम मुर्गा था, जबकि जो तुम्हें भली लगी वह एक खतरनाक बिल्ली थी। अगर वह तुम्हें देख लेती तो खा जाती।”
छोटा चूहा अब सही और गलत समझ चुका था। उसने अपनी माँ से वादा किया कि वह कभी भी अकेले बाहर नहीं जाएगा।