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दूसरे का सुख!!

एक जंगल में एक कौवा रहता था। वह अपनी स्थिति से कभी संतुष्ट नहीं रहता था। सदैव उसे कोई न कोई कमी ही दिखाई देती थी। जब वह दूसरे पक्षियों को देखता तो सोचता कि ये सब मुझसे अच्छे हैं। एक बार उसे एक हंस दिखा। हंस को देखकर वह आश्चर्यचकित हो गया। “अरे! इतना स्वच्छ और श्वेत रंग। यह …

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मधुर व्यवहार!!

सम्भल राज्य का राजा बहुत ही धार्मिक और प्रजापालक था। उसके राज्य में बड़ी सुख शांति थी। राजा अपने प्रजा की देखभाल पुत्र की भाँति करता था।उसके राज्य में न तो अपराध होते थे न ही कोई गरीब था। राजा की कीर्ति दूर दूर तक फैली थी। एक रात राजा अपने राजमहल में सो रहा था। रात्रि के अंतिम पहर …

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सकारात्मक दृष्टिकोण!!

एक राजा था। स्वभावतः वह बहुत कंजूस था। एक बार उसके यहां एक नट और नटिनी अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन करने आये। राजा ने उन्हें रात्रि में नृत्य प्रदर्शन करने की अनुमति दी। नट और नटिनी बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने सोचा राजा के यहां से प्रचुर मात्रा में उपहार प्राप्त होंगे। शाम के समय राजा की नृत्यशाला में महफ़िल …

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राष्ट्रधर्म!!

यह बात सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद में सलोन तहसील है। वहां पर एक अंग्रेज अधिकारी की नियुक्ति थी। पूरे भारत की तरह सलोन में भी क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। जब अंग्रेज अधिकारी को अपने और परिवार के जीवन पर संकट नजर आने लगा। तब उसने लखनऊ …

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बुद्धिमान बहू!!

गंगा के तट पर पर एक सुंदर नगर था। उसमें एक व्यापारी परिवार सहित रहता था। उसके परिवार में व्यापारी पति पत्नी, उसका पुत्र और पुत्रवधू रहते थे। पुत्र का नाम अजितसेन और पुत्रवधू का नाम शीलवती था। अजितसेन व्यापार के सिलसिले में कई दिनों तक बाहर रहता था। जबकि पुत्रवधू घर पर सास ससुर की सेवा करती थी। पूरा …

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अटूट विश्वास!!

बहुत समय पहले की बात है। गंगा नदी के किनारे पर स्वर्णपुर नाम का एक गांव था। एक बार वहां पर राम कथा का आयोजन किया गया। राम कथा सुनाने के लिए एक बहुत ही प्रसिद्ध कथावाचक को बुलाया गया। कथावाचक पंडित जी बहुत योग्य और कर्मकांडी थे। नियमपूर्वक दोनों समय संध्या करते थे। वे बहुत विद्वान थे, उनकी वाणी …

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श्वेत नीलकंठ का रहस्य

एक किसान था। उसे खूब धन-संपत्ति अपने पूर्वजों से विरासत में मिली थी। इसलिए उसे किसी चीज की कमी नहीं थी। वह दिन भर बैठकर हुक्का पीकर अपने मित्रों के साथ गप्पें लड़ाता रहता था। सारा काम उसने नौकरों के भरोसे छोड़ रखा था। जिसका वे लोग फायदा उठाते थे। जिसके कारण उसकी संपत्ति कम होती जा रही थी। लेकिन …

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स्वामी विवेकानंद और बंदर

यह कहानी स्वामी विवेकानंद की है जो एक बार थैले में कुछ खाना लेकर जंगल से गुजर रहे थे। तभी कुछ बंदर उनका पीछा कर रहे थे। शायद बंदरों को उनके पास रखा हुए खाने का सुगंध मिल चुका था। इसी वजह से बहुत सारें बंदर उनका पीछा कर रहे थे। स्वामी जी शुरुआत में उन बंदरों से डर गए …

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काम टालना बुरी बात

यह कहानी एक बच्चे की है जो पढ़ाई से दूर भागता था। जब कभी भी उसे पढ़ने कहा जाता तो वह अपनी पढ़ाई नहीं करता था। लेकिन समय निकालकर कुछ देर के लिए पढ़ने बैठ जाता था। जब वह पढ़ने बैठता तो वह इधर उधर की बातें सोचता और अपनी पढ़ाई को टाल देता। सोचता कि वह बाद में पढ़ …

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The Hermit And The Mouse Story

एक समय की बात है। एक गांव में एक साधु मंदिर में रहा करता था। उनकी दिनचर्या थी रोजाना प्रभु की भक्ति कराना और आने-जाने वाले लोगों को धर्म का उपदेश देना था। गांव वाले भी जब भी मंदिर आते, तो साधु को कुछ न कुछ दान में दे कर ही जाते थे। इसलिए, साधु को भोजन और वस्त्र की …

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