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बनाना’ का पूछा था सवाल ‘शून्य’ का मिल गया उत्तर

बनाना' का पूछा था सवाल 'शून्य' का मिल गया उत्तर

महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन् के बचपन की एक दिलचस्प घटना है उनके अध्यापक गणित पढ़ा रहे थे। उन्होंने ब्लैक-बोर्ड पर तीन केले (बनाना) बनाए और पूछा, यदि हमारे पास तीन केले हों, और तीन ही विद्यार्थी हों तो प्रत्येक विद्यार्थी को कितने केले मिलेंगे? एक विद्यार्थी ने तुरंत उत्तर दिया, ‘सभी को एक-एक केला मिल जाएगा।’ अध्यापक ने कहा, ‘तुम …

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जानिए महात्मा गांधी की नजर में धर्म का अर्थ

जानिए महात्मा गांधी की नजर में धर्म का अर्थ

एक बार महामना मदनमोहन मालवीय, महात्मा गांधी व कुछ अन्य लोग धर्म पर चर्चा कर रहे थे। चर्चा के दौरान मालवीय जी ने गांधीजी से पूछा, ‘बापू आपकी दृष्टि में धर्म क्या है?’ तब गांधीजी बोले, मेरी दृष्टि से धर्म का अर्थ कर्तव्य है। समाज के हर व्यक्ति का अलग धर्म है। सैनिक का धर्म अपने राष्ट्र व समाज की …

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एक नगरवधू की सीख ने मठाधीश को कर दिया लज्जित

एक नगरवधू की सीख ने मठाधीश को कर दिया लज्जित

पाटलिपुत्र की एक नगरवधू थी। उसकी सुंदरता की चर्चा दूर-दूर तक होती थी। उसकी एक मुस्कान पर बड़े-बड़े लोग सब कुछ लुटाने को तैयार रहते थे। एक दिन शाल्वन बुद्ध पीठ के मठाधीश वसंत गुप्त उधर से निकले तो नगरवधू पर उनकी नजर पड़ी। उन्होंने उसे देखा तो सब कुछ भूल गए। वे उसी संत वेश में नगरवधू के घर …

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गणेशजी ने यूं चकनाचूर किया था कुबेर का घमंड

गणेशजी ने यूं चकनाचूर किया था कुबेर का घमंड

एक बार की बात है। कुबेर को अपने धन-वैभव पर बहुत अभिमान हो गया था। उन्होंने सोचा कि मेरे पास इतनी समृद्धि है, तो क्यों न मैं शंकरजी को अपने घर पर भोजन का न्योता दूं औैर उन्हें अपना वैभव दिखाऊं। यह विचार लेकर कुबेर कैलाश पर्वत गए और वहां शंकरजी को भोजन पर पधारने का न्योता दिया। शंकरजी को …

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संयम की परीक्षा के लिए चाहिए आत्मसंयम

गुस्से को काबू करने का अचूक उपाय

प्राचीन मिस्र में जुन्नून नाम के एक प्रसिद्ध महान संत हुए थे। प्रसिद्ध मुस्लिम पीर यूसुफ़ हुसैन धर्म की दीक्षा लेने उनके पास पहुंचे। संत ने एक संदूक यूसूफ़ को दे दी और उसे नील नदी के किनारे बसे अपने मित्र को देकर आने के लिए कहा। यूसुफ़ हुसैन उसे लेकर चल पड़े। मार्ग में वे अपनी उत्सुकता को न …

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गुस्से पर भारी बु्द्धि जिसे गुस्सा भी रोक न पाया

एक बार एक संत के शिष्य ने संत से पूछा ‘गुरुदेव आप हमेशा कहते हैं कि हमें एक क्षण के लिए भी प्रभु की ओरसे ध्यान नहीं हटाना चाहिए। किंतु यह कैसे संभव है? माया का इतना मोहक स्वरूप है जो सभी को अपनी और आकर्षित कर लेता है और वैसे भी जिसे मोक्ष मिलना है, उसे किसी भी समय …

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राजा और रंक यहां होते हैं एक समान

सुल्तान ग्यासुद्दीन तीर कमान से अभ्यास कर रहे थे। अचानक एक तीर एक बालक को लग गया और उसकी मृत्यु हो गई। बालक की मां ने दिल्ली के प्रधानमंत्री काजी सिराजुद्दीन की अदालत में मुकदमा दायर किया। काजी ने सुल्तान को अदालत में तलब किया। सुल्तान साधारण पोशाक में पेश हुए और मुजरिम की तरह खड़े हो गए। उन्होंने जुर्म …

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जब एक परोपकारी संत सेरोपियो ने दी धर्म की सीख

जब एक परोपकारी संत सेरोपियो ने दी धर्म की सीख

संत सेरोपियो मिस्र देश के निवासी थे। वह बड़े ही परोपकारी थे। दूसरों की सेवा करना, उन्हें सुकून देता था। संत हमेशा ही मोटे कपड़े का चोंगा पहनते थे। एक दिन उनके चोगे को फटा देखकर एक व्यक्ति ने उनसे कहा, ‘आपका चोगा तो फट गया है। उसके बदले नया चोगा क्यों नहीं पहनते।’ तब संत ने कहा, ‘भाई बात …

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ऐसा क्या था बुद्ध के पैर में, एक ज्योतिषी रह गया दंग

आषाढ़ माह की गर्म दोपहर थी। भगवान बुद्ध अपने शिष्यों के साथ भ्रमण पर जा रहे थे। उस रास्ते में कहीं पेड़ भी नहीं थे। चारों तरफ बिखरी थी तो बस रेत ही रेत। रेत पर चलने के कारण तथागत् के पैरों के निशान बनते जा रहे थे। ये निशान सुंदर थे। तभी अचानक शिष्यों को दूर एक पेड़ दिखाई …

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संसार में ईमानदारी ही इंसान की सबसे बड़ी पूंजी

संसार में ईमानदारी ही इंसान की सबसे बड़ी पूंजी

गोपाल कृष्ण गोखले भारत के ऐसे स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, विचारक एवं सुधारक थे। जो अपने साथियों के बीच अपनी ईमानदारी का पर्याय माने जाते थे। उनके बचपन का एक रोचक प्रसंग है। जो गोखले जी की ईमानदारी का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण पेश करता है। जब वह महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के काटलुक गांव में एक प्राइमरी स्कूल पढ़ते थे। तब …

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