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मकर संक्रान्ति

MAKAR SAKRANTI

मकर संक्रान्ति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रान्ति पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है क्योंकि इसी दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर …

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Shattila Ekadashi

shitla-akadeshi1

षट्तिला एकादशी व्रत वधि (Shattila Ekadasi Vrat Vidhi) कथा के पश्चात इस एकादशी का जो व्रत विधान है वह जानते हैं. व्रत विधान के विषय में जो पुलस्य ऋषि ने दलभ्य ऋषि को बताया वह यहां प्रस्तुत है. ऋषि कहते हैं माघ का महीना पवित्र और पावन होता है इस मास में व्रत और तप का बड़ा ही महत्व है. …

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Mauni Amavasya

JAI GANAGA MA

माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को “मौनी अमावस्या” के नाम से जाना जाता है। इस अमावस्या को माघी अमावस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत धारण करने का विधान है। मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। अमावस्या का महत्व (Significance of Mauni Amavasya): भविष्यपुराण के अनुसार …

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Basant Panchami

JAI SARASWATI MAA

माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी से ऋतुओं के राजा वसंत का आरंभ हो जाता है। यह दिन नवीन ऋतु के आगमन का सूचक है। इसीलिए इसे ऋतुराज वसंत के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है। साथ ही यह मां सरस्वती की जयंती का दिन है। इस दिन से प्रकृति के सौंदर्य में निखार दिखने लगता है। वृक्षों …

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रथ सप्तमी Ratha Saptami Vrat Vidhi

BHAGWAN

रथ सप्तमी व्रत विधि  भगवान सूर्य देव को समर्पित “रथ सप्तमी” का व्रत माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखा जाता है। मान्यता है इस दिन किए गए स्नान, दान, होम, पूजा आदि सत्कर्म हजार गुना अधिक फल देते हैं। रथ सप्तमी व्रत विधि: भविष्यपुराण अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को एक समय …

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भीमाष्टमी पर्व

PITAMAH BHISHAM

भीष्म पितामह की जीवन गाथा माघ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को प्रतिवर्ष भीमाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भीष्म पितामह ने अपने शरीर को छोडा़ था, इसीलिए यह दिन उनका निर्वाण दिवस है। पौराणिक कथा के अनुसार- भीष्म पितामह का असली नाम देवव्रत था। वे हस्तिनापुर के राजा शांतनु की पटरानी गंगा की कोख से …

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माघी पूर्णिमा Magha Purnima

सूर्योद्य

माघी पूर्णिमा पर दान–धर्म का महत्व सर्वार्थ सिद्धि एवं पुष्यामृत योग माघ पूर्णिमा पर किए गए दान-धर्म और स्नान का विशेष महत्व होता है। पंचांग के मुताबिक ग्यारहवें महीने यानी माघ में स्नान, दान, धर्म-कर्म का विशेष महत्व है। जब कर्क राशि में चंद्रमा और मकर राशि में सूर्य का प्रवेश होता है तब माघ पूर्णिमा का योग बनता है। इस …

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Kumbha Sankranti

kumbha-sankranti1

During Kumbha Sankranti the Sun is in a transitory phase and is moving from Makar Rashi to Kumbha Rashi. Of the twelve Sankranti that occur during any given year, Kumbha Sankranti is the eleventh in the year. Many communities across Eastern India celebrate Kumbha Sankranti with full religious fervor. Kumbha Sankranti is also closely associated with Kumbh Mela which is …

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विजया एकादशी

श्री राम और माता सीता

एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं। एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना अति आवश्यक है। यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गयी हो तो एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही होता है। द्वादशी तिथि के …

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महाशिवरात्रि

MAHAKAL

महाशिवरात्रि व्रत महाशिवरात्रि व्रत में उपवास का बड़ा महत्व होता है। इस दिन शिव भक्त शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का विधि पूर्वक पूजन करते हैं और रात्रि जागरण करते हैं। भक्तगणों द्वारा लिंग पूजा में बेल-पत्र चढ़ाना, उपवास और रात्रि जागरण करना एक विशेष कर्म की ओर इशारा करता है। पौराणिक मान्यता है कि इसी दिन भोलेनाथ की शादी …

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