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सवा सेर गेहुँ – मुंशी प्रेमचंद

Munsi Premchand

मचंद हिंदी के प्रसिद्ध और महान कहानीकार हैं। आपका जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास लमही नामक गॉव में हुआ था। आपने अपनी कहानियों के माध्यम से उस समय की सामाजिक अव्यवस्था का चरित्र-चित्रण बहुत यर्थात तरीके से किया है। प्रेमचंद जी ने शोषित-वंचित किसान की दयनीय स्थिति  को अपनी कहानी सवा सेर गेहुँ में व्यक्त किया है। सवा सेर …

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डाँकू रत्नाकर और देवऋषि नारद

Daku Ratnakar

बहुत समय पहले की बात है किसी राज्य में एक बड़े ही खूंखार डाँकू  का भय व्याप्त था।  उस डाँकू का नाम रत्नाकर था।  वह अपने साथियों के साथ जंगल से गुजर रहे राहगीरों को लूटता और विरोध करने पर उनकी हत्या भी कर देता। एक बार देवऋषि नारद भी उन्ही जंगलों से भगवान का जप करते हुए जा रहे …

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चावल का एक दाना

Chawal ka ek dana

शोभित एक मेधावी छात्र था। उसने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में पूरे जिले में टॉप किया था। पर इस सफलता के बावजूद उसके माता-पिता उसे खुश नहीं थे। कारण था पढाई को लेकर उसका घमंड ओर अपने बड़ों से तमीज से बात न करना। वह अक्सर ही लोगों से ऊंची आवाज़ मे बात किया करता और अकारण ही उनका …

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सच्ची दोस्ती

एक लंगड़ा आदमी था.इसलिए उसे चलने फिरने में बहुत परेशानी होती थी. एक दिन वह लंगडाते हुए किसी दुसरे गाँव जा रहा था.गाँव दूर था और रास्ता उबड़-खाबड़ था.इसलिए वह बहुत मुश्किल से धीरे-धीरे चल रहा था. तभी रास्ते के किनारे बैठे एक अंधे आदमी पर उसकी नजर पड़ी.वह धीरे-धीरे चलता हुआ अंधे के पास पहुंचा और उससे बातें करने …

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दृष्टिकोण

Drishtikon

एक बार दो भाई, रोहित और मोहित थे। वे 9 वीं कक्षा के छात्र थे और एक ही स्कूल में पढ़ते थे। उनकी ही कक्षा में अमित नाम का भी एक छात्र था जो बहुत अमीर परीवार से था। एक दिन अमित अपने जन्मदिन पर बहुत महंगी घड़ी पहन कर स्कूल आया, सभी उसे देख कर बहुत चकित थे। हर कोई उस घड़ी के …

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मछुआरों की समस्या

Machhuaaron kee samasyaa

जापान में हमेशा से ही मछलियाँ खाने का एक ज़रुरी हिस्सा रही हैं । और ये जितनी ताज़ी होतीं हैँ लोग उसे उतना ही पसंद करते हैं । लेकिन जापान के तटों के आस-पास इतनी मछलियाँ नहीं होतीं की उनसे लोगोँ की डिमांड पूरी की जा सके । नतीजतन मछुआरों को दूर समुंद्र में जाकर मछलियाँ पकड़नी पड़ती हैं। जब …

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जिराफ़

wild-life

क्लास 6th के बच्चे बड़े उत्साहित थे , इस बार उन्हें पिकनिक पे पास के वाइल्डलाइफ नेशनल पार्क ले जाया जा रहा था . तय दिन सभी बच्चे ढेर सारे खाने -पीने के सामान और खेलने -कूदने की चीजें लेकर तैयार थे . बस सुबह चार बजे निकली और 2-3 घंटों में नेशनल पार्क पहुँच गयी . वहां उन्हें एक …

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बुझी मोमबत्ती

bujhi hui mombati

एक पिता अपनी चार वर्षीय बेटी मिनी से बहुत प्रेम करता था। ऑफिस से लौटते वक़्त वह रोज़ उसके लिए तरह-तरह के खिलौने और खाने-पीने की चीजें लाता था। बेटी भी अपने पिता से बहुत लगाव रखती थी और हमेशा अपनी तोतली आवाज़ में पापा-पापा कह कर पुकारा करती थी। दिन अच्छे बीत रहे थे की अचानक एक दिन मिनी को बहुत …

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सेहत का रहस्य

sehat ka rahasya

बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में शंकर नाम का एक वृद्ध व्यक्ति रहता था। उसकी उम्र अस्सी साल से भी ऊपर थी पर वो चालीस साल के व्यक्ति से भी स्वस्थ लगता था। लोग बार बार उससे उसकी सेहत का रहस्य जानना चाहते पर वो कभी कुछ नहीं बोलता था । एक दिन राजा को भी उसके …

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सपनो का घर

Sapnon ke Ghar

                           Spano Ka Ghar किसी शहर में मोहन नाम का एक व्यक्ति रहता था। वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार था  , साथ ही वह लोगों की मदद के लिए भी  हमेशा तैयार रहता था।  पर बावजूद इन गुणों के उसे जीवन में सफलता नहीं मिल पा रही …

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