एक सिद्ध आचार्य अपने शिष्यों के साथ तीर्थ यात्रा पर निकले | कुछ देर चलने के बाद वे थकान निकालने बीच घने जंगल में ही रुक गये | इतने में आचार्य को कुछ आवाजे सुनाई दी | ध्यान से सुनने पर आचार्य को समझ आया कि यह कुछ लोगो के रोने की आवाज हैं |उन्होंने शिष्यों को बोला- बालको ! …
Read More »Baby Name
कौन था वो राजा जो बालपन में शेर के दांत गिनता था !!
जब भरत की उम्र ग्यारह वर्ष थी | उस वक्त उन्हें सम्पूर्ण ज्ञान उनकी माता शकुंतला के सानिध्य में ही मिला था | वे उन्हें कई श्लोक और व्यवहारिक ज्ञान दिया करती थी | शकुंतला ने भरत को निडर, साहसी, उपकारी, यशस्वी बनने की प्रेरणा दी थी |और वे अक्सर ही भरत को न्याय का मार्ग सिखाती थी | कहा …
Read More »जुबान का दर्द !!
एक समय जब मुगलों का सामराज्य खत्म होने को था | दिल्ली की सियासत बदल रही थी | तब सभी प्रजा घबरा कर इधर-उधर शरण ले रही थी | खासकर कला क्षेत्र के लोग, सभी शायर जिन्हें पता था कि अब उनकी रोजी रोटी का भी बस अल्लाह ही मालिक हैं | उस वक्त दिल्ली में एक मशहूर शायर हुआ …
Read More »गुनाह और गलती में समझे भेद !!
राम एक सदविचारों वाला युवा व्यक्ति हैं वह एक आकर्षक व्यक्तित्व का मालिक हैं | ईमानदारी, साहस, सादगी,स्पष्टवादिता उसके गुण हैं लेकिन इन सबके बीच वह कुछ हद तक स्वहितेषी एवम अहंकारी हैं | राम को समुद्री जीवन से बहुत लगाव हैं इसलिए वह अपना करियर एक नाविक के रूप में चुनता हैं | कुशल नाविक होने के कारण जल्द …
Read More »संत तुकाराम की एक सच्ची कहानी !!
यह संत तुकाराम के जीवन की एक कहानी हैं जब वह महाराष्ट्र में रहते थे उसी दौरान शिवाजी महाराज ने उन्हें बहुमूल्य वस्तुएं भेंट में भेजी जिनमें हीरे, मोती, स्वर्ण और कई वस्त्र थे | परन्तु संत तुकाराम ने सभी बहुमूल्य वस्तुए वापस भिजवा दिए और कहा – “हे महाराज ! मेरे लिए यह सब व्यर्थ हैं मेरे लिए स्वर्ण …
Read More »खुद को ज्ञानी मानने वाला सबसे बड़ा अज्ञानी हैं !!
पुराने वक्त में कबूतर झाड़ियों में अंडे देते थे लेकिन वह अंडे सुरक्षित नहीं थे उन्हें अन्य प्राणी खा जाते थे | तब कबूतरों ने चिड़ियों से परामर्श लिया और उन्हें घोंसला बनाने की सलाह दी | कबूतरों ने चिड़ियों से आग्रह किया कि वे ही उन्हें घोंसला बनाना सिखाएं | अगले दिन चिड़ियाँ कबूतरों को घोंसला बनाना सिखाने आई …
Read More »वक्त हमेशा एक सा नहीं होता !!
यह कहानी एक खूबसूरत औरत की हैं जिनका नाम प्रभा देवी था | वह एक प्राइमरी स्कूल टीचर थी यह बात 1960 के वक्त की हैं जब देश में छुआछूत बुरी तरह छाया हुआ था |प्रभा देवी स्कूल पढ़ाने जाती थी लेकिन उस स्कूल में आये बच्चों को हाथ नहीं लगाती थी| यहाँ तक की बच्चो को सख्त हिदायत थी …
Read More »संतुष्ट जीवन ही ईश्वर का प्रसाद हैं !!
आइये अच्छा जीवन जीने के लिए आवश्यक कुछ ज़रूरी बातों के बारे में चर्चा करते हें। इन बातों को हम एक छोटी सी कहानी के मध्यम से समझने की कोशिश करेंगे… एक गाँव में एक व्यक्ति था जिसका एक छोटा सा घर था और वो बस आज में जीने जितना कमाता था उसे कल का कोई भय ना था | …
Read More »इन्सान की सोच ही जीवन का आधार हैं !!
तीन राहगीर रास्ते पर एक पेड़ के नीचे मिले | तीनो लम्बी यात्रा पर निकले थे | कुछ देर सुस्ताने के लिए पेड़ की घनी छाया में बैठ गए | तीनो के पास दो झोले थे एक झोला आगे की तरफ और दूसरा पीछे की तरफ लटका हुआ था | तीनो एक साथ बैठे और यहाँ-वहाँ की बाते करने लगे …
Read More »दहेज़ कभी खुशियों की गारंटी नहीं दे सकता !!
एक सुन्दर सी कन्या अनामिका कॉलेज में अपना ग्रेजुएशन पूरा करती हैं तभी उसकी मुलाकात एक लड़के राहुल से होती हैं | राहुल भी बहुत स्मार्ट और माता पिता का आज्ञाकारी बेटा हैं | दोनों एक दुसरे को पसंद करने लगते हैं | दोनों का ग्रेजुएशन पूरा होता हैं राहुल अपने शहर में जॉब करने लगता हैं और लड़की भी …
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