रमेश का एक छोटा सा परिवार था, जिसमें एक ख़ूबसूरत पत्नि और दो प्यारे बच्चे थे. उसकी पत्नि और बच्चे हर हाल में ख़ुश थे. लेकिन रमेश उन्हें ज़िंदगी के सारे ऐशो-आराम देना चाहता था और इसके लिए वह प्रतिदिन १६ घंटे से भी अधिक काम किया करता था. दिनभर ऑफिस में काम करने के साथ-साथ वह सुबह और शाम …
Read More »Baby Name
पतंग और डोरी !!
एक बार एक व्यक्ति अपने बेटे के साथ पतंग उत्सव में गया. वहाँ लोग रंग-बिरंगी पतंगें उड़ा रहे थे. आसमान में उड़ती रंग-बिरंगी पतंगों को देख बेटा भी पतंग उड़ाने मचल उठा. उसने अपने पिता से कहा, “पापा, मैं भी पतंग उड़ाना चाहता हूँ. प्लीज मेरे लिए एक पतंग ख़रीद दीजिये.” बेटे की इच्छा पूरी करने पिता पास ही की …
Read More »बीरबल की चित्रकारी!!
बादशाह अकबर अक्सर अपने दरबारियों से कुछ अजीबोगरीब काम करने कहते रहते थे और न कर पाने पर बहुत नाराज़ हुआ करते थे. एक दिन भरे दरबार में उन्होंने बीरबल से कहा, “बीरबल! मैं चाहता हूँ कि तुम अपने कल्पनाशक्ति का इस्तेमाल कर एक ऐसा चित्र बनाओ, जिसे देखकर मैं ख़ुश हो जाऊं.” बीरबल को चित्रकारी नहीं आती थी. वह …
Read More »तेनालीराम की कहानी: तेनाली राम और रसगुल्ले की जड़!!
एक वक्त की बात है, एक बार राजा कृष्णदेव राय के राज्य में दूर देश ईरान से व्यापारी आता है। महाराज उस व्यापारी का स्वागत मेहमान की तरह शानदार तरीके से करते हैं। वह मेहमान के लिए तरह-तरह के पकवान और स्वादिष्ट भोजन बनवाने का आदेश देते हैं। साथ ही कई अन्य सुविधाओं का आयोजन करते हैं। एक दिन महाराज …
Read More »तेनालीराम और झगड़ालू चमेली की कहानी!!
चाननपुर नामक गांव में चमेली नाम की एक महिला रहती थी, जिसके पति का नाम माधो था। चमेली अपने पति से खूब लड़ती-झगड़ती और उस पर अपना रौब झाड़ती थी। दोनों की एक पुत्री भी थी, जिसका नाम चांदकुमारी था। चांदकुमारी देखने में बहुत ही सुंदर थी। इतनी सुंदर व योग्य होने के बावजूद भी कोई उससे शादी नहीं करना …
Read More »तेनालीराम की कहानी: राजगुरु की चाल!!
राजा कृष्णदेव राय के दरबार में तेनालीराम की बुद्धि और चतुराई के किस्से काफी मशहूर थे। यही वजह थी कि राजगुरु के साथ-साथ राज्य के कई ब्राह्मण तेनालीराम को पसंद नहीं करते थे। वह समझते थे कि निम्न श्रेणी का ब्राह्मण होते हुए भी वह अपने ज्ञान से उन्हें नीचा दिखाता रहता है। इसी कारण सभी ब्राह्मणों ने मिलकर तेनालीराम …
Read More »तेनालीराम की कहानी: तेनाली रामा और अंगूठी चोर!!
राजा कृष्ण देव राय बहुत ही कीमती आभूषण पहना करते थे, लेकिन उनके सभी आभूषणों में से सबसे प्रिय थी उनकी कीमती रत्न जड़ित अंगूठी। वो हर वक्त अपने अंगूठी को देखा करते थे। इतना ही नहीं वो दरबार में भी सभी को वो अंगूठी दिखाया करते थे, लेकिन एक दिन महाराज अपने दरबार में काफी उदास बैठे थे। उन …
Read More »तेनालीराम की कहानी: पड़ोसी राजा!!
तेनालीराम को राज कृष्णदेव राय के दरबार में विशेष सम्मान हासिल था। इसलिए, उनसे जलने वालों की राजमहल में कमी न थी। एक समय की बात है, विजयनगर राज्य के हालात अच्छे न थे। राज्य पर पड़ोसी देश के हमला करने का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे समय में एक दरबारी ने सोचा कि महाराज को तेनालीराम के खिलाफ भड़काने …
Read More »तेनालीराम की कहानी: रिश्वत का खेल!!
विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय के दरबार में कलाकारों का बड़ा सम्मान था। उनके दरबार में संगीतकारों, गीतकारों, कवियों और नर्तकों का तांता लगा रहता था। वो सभी दरबार में अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन करते थे और इसके बदले उन्हें पुरस्कार दिया जाता था। महाराज किसी भी कलाकार को कोई भी पुरस्कार या धन राशि देने से पहले तेनालीराम से …
Read More »तेनालीराम की कहानी: मौत की सजा!!
एक समय की बात है, बीजापुर नामक देश के सुल्तान इस्माइल आदिलशाह को यह डर सताने लगा था कि राजा कृष्णदेव उस पर हमला करके उसके देश को जीत सकते हैं। सुल्तान ने कई जगह से सुन रखा था कि राजा कृष्णदेव ने अपने साहस और वीरता से कई देशों को जीतकर अपने राज्य में मिला लिया है। इस बारे …
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