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ऐसे मिलेगा खुशहाली का रास्ता

एक बार हकीम लुकमान से उनके बेटे ने पूछा, अगर मालिक ने फरमाया कि कोई चीज मांग, तो मैं क्या मांगूं? लुकमान ने जवाब दिया, ‘परमार्थ का धन’। बेटे ने फिर कहा, दूसरी चीज मांगनी हो तो? लुकमान ने कहा, हलाल की कौड़ी(पसीने की कमाई) मांगना। बेटे ने फिर पूछा, तीसरी चीज? जवाब मिला, ‘उदारता’। चौथी चीज, ‘शर्म’ पांचवी चीज …

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ध्यान रखिए ताकि छलके नहीं दूध का मर्तबान

take-care-so-that-the-spices-do-not-spice-the-jar

शुकदेव को उनके पिता ने परामर्श दिया कि वे महराज जनक की शरण में जाकर दीक्षा ग्रहण करें। पिता के परामर्श से शुकदेव महराज जनक के दरबार जा पहुंचे और राजा जनक से दीक्षा देने का अनुरोध किया। जनक ने शुकदेव की परीक्षा लेने से पहले उनकी परीक्षा लेने के उद्देश्य से उनके हाथ में दूध का कटोरा दिया और …

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अहंकार

The high thinking of the saint changed the life of a boy.

एक नगर में एक जुलाहा रहता था। वह स्वाभाव से अत्यंत शांत, नम्र तथा वफादार था।उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था। एक बार कुछ लड़कों को शरारत सूझी। वे सब उस जुलाहे के पास यह सोचकर पहुँचे कि देखें इसे गुस्सा कैसे नहीं आता ? उन में एक लड़का धनवान माता-पिता का पुत्र था। वहाँ पहुँचकर वह बोला …

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चाहे दुःख हो या सुख हिसाब तो सबको देने ही होते हैं

whether-it-is-sorrow-or-happiness-then-everyone-has-to-give

एक सेठ जी बहुत ही दयालु थे । धर्म-कर्म में यकीन करते थे । उनके पास जो भी व्यक्ति उधार मांगने आता, वे उसे मना नहीं करते थे । सेठ जी मुनीम को बुलाते और जो उधार मांगने वाला व्यक्ति होता उससे पूछते कि भाई ! तुम उधार कब लौटाओगे ? इस जन्म में या फिर अगले जन्म में  जो …

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मरते वक्त बालि ने, अंगद से कही थी ये तीन बातें . .

at-the-time-of-death-bali-told-angad-that-these-three-things

मरते वक्त बालि ने, अंगद से कही थी ये तीन बातें रामायण में जब श्रीराम ने बालि को बाण मारा तो वह घायल होकर पृथ्वी पर गिर पड़ा था। इस अवस्था में जब पुत्र अंगद उसके पास आया तब बालि ने उसे ज्ञान की कुछ बातें बताई थीं। बालि ने कहा- देश काल और परिस्थितियों को समझो। किसके साथ कब, …

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संसार में किस तरह के इन्सान को मुक्ति मिलती है

what-kind-of-person-gets-freedom-in-the-world

एक महात्मा था, उनके एक शिष्य ने सवाल किया कि संसार में किस तरह के इन्सान को मुक्ति मिलती है ? महात्मा अपने शिष्य को तेज बहाव की नदी पर लेकर गये और जाल डालकर मछलियों को पकडने के लिए कहा। शिष्य ने नदी में जाल फेंका और कुछ मछलियाँ जाल में फंस गई।फिर महात्मा ने शिष्य से सवाल किया …

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गोरा राम, काला राम

There were 2 disciples of a Guru

एक समय की बात है एक गुरु के २ शिष्य थे एक का नाम (गोरा राम) और दूसरे का नाम (काला राम) था, गुरु जी का ज्यादा लगाव (काले राम) के साथ था और गुरु जी उसको ज्यादा अहमियत देते थे, एक दिन एक शख्स ने उनसे से पूछा गुरु जी आप (गोरे) से ज्यादा (काले) को तवज्जो क्यूँ देते …

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एक बहुत अच्छी कहानी

Like the feeling of being awake, Lord Murat looked at him

  एक बार एक कवि हलवाई की दुकान पहुंचे, जलेबी ली और वहीं खाने बैठ गये। इतने में एक कौआ कहीं से आया और दही की परात में चोंच मारकर उड़ चला। हलवाई को बड़ा गुस्सा आया उसने पत्थर उठाया और कौए को दे मारा। कौए की किस्मत ख़राब, पत्थर सीधे उसे लगा और वो मर गया। – ये घटना …

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चार आने का हिसाब एक शिक्षाप्रद कहानी

king of Chandanpur was a great prince

बहुत समय पहले की बात है , चंदनपुर का राजा बड़ा प्रतापी था , दूर–दूर तक उसकी समृद्धि की चर्चाएं होती थी, उसके.. महल में हर एक सुख–सुविधा की वस्तु उपलब्ध थी पर फिर भी अंदर से उसका मन अशांत रहता था। बहुत से विद्वानो से मिला, किसी से कोई हल प्राप्त नहीं हुआ.. उसे शांति नहीं मिली। एक दिन …

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हर माँ की कहानी

You were in the mother's stomach for nine months

तुम माँ के पेट में थे नौ महीने तक, कोई दुकान तो चलाते नहीं थे, फिर भी जिए। हाथ—पैर भी न थे कि भोजन कर लो, फिर भी जिए। श्वास लेने का भी उपाय न था, फिर भी जिए। नौ महीने माँ के पेट में तुम थे, कैसे जिए? तुम्हारी मर्जी क्या थी? किसकी मर्जी से जिए? फिर माँ के …

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