महाभारत की एक बहुत अच्छी कहानी – बहुत प्रासंगिक कर्ण कृष्ण से पूछता है – “मेरी माँ ने मुझे पल जन्म दिया था। क्या यह मेरी गलती है कि मैं एक नाजायज बच्चे का जन्म हुआ? मुझे ध्रुवचर्या से शिक्षा नहीं मिली क्योंकि मुझे गैर क्षत्रिय माना जाता था। परशुराम ने मुझे सिखाया लेकिन तब मुझे क्षत्रिय होने के बाद …
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राम राम क्यों कहा जाता है
क्या कभी सोचा है कि बहुत से लोग जब एक दूसरे से मिलते हैं तो आपस में एक दूसरे को दो बार ही “राम राम” क्यों बोलते हैं ? एक बार या तीन बार क्यों नही बोलते ? दो बार “राम राम” बोलने के पीछे बड़ा गूढ़ रहस्य है क्योंकि यह आदि काल से ही चला आ रहा है… हिन्दी …
Read More »ज्ञान प्राप्ति के लिए मन में श्रद्धा होना जरूरी
एक बार बालक नचिकेता ने अपने पिता से कहा, आप ब्राह्मणों को कृषि कार्य के लिए अनुपयोगी गाय दान में दे रहे हैं। पिता ने यह नहीं कहा कि हां, यह ठीक नहीं है परंतु वे समझ गए कि यह मेरी निंदा कर रहा है, मेरा अनादर कर रहा है, मेरे कृत्य की भर्त्सना कर रहा है। नचिकेता ने पिता …
Read More »गोस्वामी तुलसीदासजी के जीवन के कुछ अनछुए पहलू
गोस्वामी तुलसीदास(1497-1623) एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर गांव (वर्तमान बांदा जिला) उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपने जीवनकाल में तुलसीदास जी ने 12 ग्रन्थ लिखे और उन्हें विद्वान होने के साथ ही अवधी और हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि तुलसीदासजी महर्षि वाल्मीकि का अवतार थे जो मूल …
Read More »रामायण मे एक घास के तिनके का भी रहस्य है
रामायण मे एक घास के तिनके का भी रहस्य है, और रामायण के अंदर इस टाइप के बहुत से रहस्य छिपे हैं जो हर किसी को नहीं मालूम क्योंकि आज तक किसी ने हमारे ग्रंथो को समझने की कोशिश नहीं की,सिर्फ हमने पढ़ा है देखा है और सुना है,आज मैं आप के समक्ष ऐसा ही एक रहस्य बताने जा रहा …
Read More »भगवान गौतम बुद्ध की अनोखी खेती
एक बार भगवान बुद्ध एक धनी व्यक्ति के घर भिक्षा मांगने गए। धनी व्यक्ति ने कहा, ‘आप भीख क्यों मांगते हैं? भगवन् मुस्कुराए और कहा, ‘खेती ही करता हूं, दिन रात करता हूं और अनाज पैदा करता हूं।’ उस धनी व्यक्ति ने पूछा, ‘यदि तुम खेती करते हो, तो तुम्हारे पास बैल कहां है, अन्न कहां है ?’ भगवान बुद्ध …
Read More »गुरु नानक देव की अनमोल सीख
गुरु नानकदेव सात्विक जीवन जीते तथा प्रभु को याद करने की प्रेरणा देते थे। एक बार की बात है उनके पास एक व्यक्ति आया और बोला, ‘बाबा मैं चोरी तथा अन्य अपराध करता हूं। मेरा जीवन सुधर जाए, ऐसा कोई उपाय बताइए।’ गुरु नानक देव जी ने कहा कि, ‘तुम चोरी करना बंद कर दो। सत्य बोलने का व्रत लो। …
Read More »मनाएँ शिवरात्रि 101 प्राचीन शिवलिंगों के अभिषेक साथ!
श्री नीलकंतेश्वर जी श्री रामेश्वर जी श्री गोपालेश्वर जी श्री पातालेश्वर जी श्री दशमेश्वर जी श्री घ्रनेश्वर जी श्री जागेश्वर जी श्री मामलेश्वर जी श्री केदारनाथ जी श्री महाकालेश्वर जी श्री राजेश्वर जी श्री मल्लिकार्जुन जी श्री विश्वनाथ जी श्री ब्रहमलेश्वर जी श्री बैजनाथ जी श्री भीमशंकर जी श्री सोमनाथ जी
Read More »गणेशजी ने यूं चकनाचूर किया था कुबेर का घमंड
एक बार की बात है। कुबेर को अपने धन-वैभव पर बहुत अभिमान हो गया था। उन्होंने सोचा कि मेरे पास इतनी समृद्धि है, तो क्यों न मैं शंकरजी को अपने घर पर भोजन का न्योता दूं औैर उन्हें अपना वैभव दिखाऊं। यह विचार लेकर कुबेर कैलाश पर्वत गए और वहां शंकरजी को भोजन पर पधारने का न्योता दिया। शंकरजी को …
Read More »जब नारद जी ने पूछा, और श्रीहरि ने बताया, ‘कर्म बड़ा या भाग्य!’
इस दुनिया में कर्म को मानने वाले लोग कहते हैं भाग्य कुछ नहीं होता। और भाग्यवादी लोग कहते हैं किस्मत में जो कुछ लिखा होगा वही होके रहेगा। यानी इंसान कर्म और भाग्य इन दो बिंदुओं की धूरी पर घूमता रहता है। और एक दिन इस जग को अलविदा कहकर चला जाता है। भाग्य और कर्म को बेहतर से समझने …
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