हिंदू धर्म में वट वृक्ष को एक पवित्र और पूजनीय पेड़ माना जाता है, जिसे शक्ति, दीर्घायु, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस पेड़ में....
Read More »YOGI BHAJAN
द्वादशाक्षर महामन्त्र
भगवान विष्णु को समर्पित शक्तिशाली 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें और आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव करें। इस पवित्र बारह-अक्षरी......
Read More »तपस्या करके साठ हजार पुत्रों की प्राप्ति
पौराणिक कथा के अनुसार राजा सगर ने तपस्या करके साठ हजार पुत्रों की प्राप्ति की। एक दिन राजा सगर ने देवलोक पर विजय प्राप्त करने के लिये एक.....
Read More »साधुवाणी
अहंकारी व्यक्ति किसी भी विषयों को आधा सुनता है... सुनने का आधा समझता है... समझने का आधा वो सोचता है... पर प्रतिक्रिया चार गुना करता है.......
Read More »रामेश्वरजी का दर्शन
भगवान राम रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का अपने हाथों से निर्माण करते हुए कहते है! हे लक्ष्मण ! जो मनुष्य मेरे द्वारा स्थापित किए हुए इन रामेश्वरजी.
Read More »मधुराष्टकम्
अधरं मधुरं वदनं मधुरंनयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।हृदयं मधुरं गमनं मधुरंमधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ॥ ॥वचनं मधुरं चरितं मधुरंवसनं मधुरं वलितं मधुरम्..
Read More »तप अनुमोदन
तप के मार्ग का अनुसरण करने वाले हठ मनोबली शूरवीर होते है । तप से मन का कायाकल्प होता है । तपस्या की महिमा अपरंपार है, जो हमें मुक्ति के द्वार लेकर जाती है
Read More »तीर्थ का अर्थ
मां बाहर दरवाजे पर खड़ी हुई उसकी राह देख रही थी अंदर आकर हाथ मुंह धोकर दोनों ने भोजन किया तो मां ने उसे प्रसाद देते हुए कहा आज गली के मोड़ वाली सुमन भी वैष्णो देवी मंदिर दर्शन कर आई बस एक में ही हूं जो कोई तीर्थ .....
Read More »स्वामी परमानंद जी महाराज की वाणी
है आज नही तो कल नही परसो मतलब ये गया जैसे 40, 50 बर्ष गए जीवन के गए न 45,35 गए पता नही चल पाया अभी सुख की खोज में ही लगे हुऐ है सुख के साधनों को ही जुटा रहे हैं
Read More »पवित्रीकरण मंत्र
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपिवा ।।यः स्मरेत्पुण्डरीकाक्षं स बाह्यभ्यन्तरः शुचिः ॥ॐ पुनातु पुण्डरीकाक्षः।।
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