महाभारत का युद्ध चल रहा था। एक ओर अर्जुन थे, जिनके सारथी थे ‘श्री कृष्ण’। तो दूसरी ओर कर्ण थे और उनका सारथी ‘शल्य’। भगवान श्री कृष्ण ने कर्ण के सारथी से कहा- ‘तुम हमारे विरुद्ध जरूर लड़ना पर मेरी एक बात जरूर मानना।’ जब कर्ण प्रहार करे तब कहना कि, ‘यह भी कोई प्रहार होता है, तुम प्रहार करना …
Read More »Krishna
मैं अपना चित्र बनवाऊँगा
एक बार कन्हैया को जिद्द चढ़ गई कि मैं अपना चित्र बनवाऊँगा ये बात कान्हा ने मईया ते कही, मईया मै अपना चित्र बनवाऊँगो, मईया बोली चित्र बनवाय के का करेगो, कन्हैया बोले, मोय कछू ना पतो मैं तो बनवाऊँगो, मईया कन्हैया को एक औरत के पास ले गई जिसका नाम था चित्रा, वो ऐसा चित्र बनाती थी कि कोई …
Read More »Meera bai Krishna prame
मीराबाई कृष्णप्रेम में डूबी, पद गा रही थी , एक संगीतज्ञ को लगा कि वह सही राग में नहीं गा रही है! वह टोकते हुये बोले: “मीरा, तुम राग में नहीं गा रही हो। मीरा ने बहुत सुन्दर उत्तर दिया: “मैं राग में नहीं, अनुराग में गा रही हूँ। राग में गाउंगी तो दुनियां मुझे सुनेगी अनुराग में गाउंगी तो …
Read More »काकासुर की हार
कंस ने दूसरे दिन अपने दरबार में मंत्रियों को बुलवाया और योगमाया की सारी बातें उनसे बतायीं। कंस के मंत्री दैत्य होने के कारण स्वभाव से ही क्रूर थे। वे सब देवताओं के प्रति शत्रुता का भाव रखते थे। अपने स्वामी कंस की बात सुनकर उन सबों ने कहा- ‘यदि आपके शत्रु विष्णु ने कहीं और जन्म ले लिया …
Read More »आजा मनमोहन मेरा, मीरा ताने बुलावे,
आजा मनमोहन मेरा, मीरा ताने बुलावे, आजा मनमोहन मेरा, मीरा ताने बुलावे, मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे, मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे, दासी बुलावे रे, आजा मनमोहन मेरा, मीरा ताने बुलावे, आजा मनमोहन मेरा, मीरा ताने बुलावे, बाबो सा और मयाद म्हाने, लाद लड़वे, राम जाने राणा संग क्यूँ म्हाने ब्याही, बाबो सा और मयाद म्हाने, लाद लड़वे, …
Read More »Work of Krishnananda Saraswati
Work of Krishnananda Saraswati Worshipful Sri Swami Krishnanandaji Maharaj took birth on the 25th of April, 1922, and was named Subbaraya. He was the eldest of five children in a highly religious and orthodox Brahmin family well versed in the Sanskrit language, the influence of which was very profound on the young boy. He attended high school in Puttur (South …
Read More »श्री कृष्ण चालीसा
श्री कृष्ण चालीसा (Shri Krishna Chalisa in Hindi) ॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बफल, नयन कमल अभिराम॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पीताम्बर शुभ साज। जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज॥ जय यदुनंदन जय जगवंदन।जय वसुदेव देवकी नन्दन॥ जय यशुदा सुत नन्द दुलारे। जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥ जय नटनागर, नाग नथइया॥ कृष्ण …
Read More »तोड़ नहीं पाया कोई श्याम का रिकॉर्ड
सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी, तोड़ नहीं पाया कोई श्याम का रिकॉर्ड जी, सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी | बैठ के हिसाब लगा कर के देखा, जोड़ कर के देखा,घटा कर के देखा, निकला ये हिसाब मेरा बाबा है बेजोड़ जी, सारे देवताओं में है बांटने की होड़ जी, तोड़ नहीं पाया कोई श्याम …
Read More »मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ
मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ मैंने सुना है सबसे हारे का साथी बनके देते तुम साथअखबारों में रोज मैं देख रहा जाते हो तुम कान्हा कहाँ कहाँ खातिर वो ज्यादा करते या तुम हो उनसे डरते बतलाओ श्याम मर्ज़ी तेरी है थामो ना थामो मेरा हाथ एक बात मैं तुमसे पुछूं श्याम मांझी बनने का लेते क्या …
Read More »यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे
हर युग में तेरा ही वास रहे, यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे । श्याम से अपना अटूट हैं बंधन, कोई तोड़ ना पाए, नहीं घबराता दिल मेरा चाहे कैसा भी वक़्त आए । तेरे चरणों में मेरी सुबह और श्याम रहे, यह बंदा तेरे चरणों का दास रहे ॥ दाताओं का दाता है यह, देता है बिन बोले, …
Read More »