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सेवा से भौतिक लाभ

सत्यराम 🙋🏻यदि कोई व्यक्ति भक्ति सेवा से भौतिक लाभ चाहता है, तो कृष्ण ऐसी भौतिकवादी इच्छाओं की निंदा करते हैं। भक्ति सेवा में संलग्न रहते हुए भौतिक ऐश्वर्य की इच्छा करना मूर्खता है। यद्यपि व्यक्ति मूर्ख हो सकता है, कृष्ण, सर्व-बुद्धिमान होने के नाते, उसे अपनी भक्ति सेवा में इस तरह संलग्न करते हैं कि वह धीरे-धीरे भौतिक ऐश्वर्य को …

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श्रीहनुमान जन्मोत्सव 6 अप्रैल विशेष

〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️पवन पुत्र हनुमान के जन्म की कहानी〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ज्योतिषीयों के सटीक गणना के अनुसार हनुमान जी का जन्म 1 करोड़ 85 लाख 58 हजार 115 वर्ष पहले चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 06:03 बजे हुआ था।वाल्मीकि रचित रामायण (मतान्तर से) के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि (छोटी दीपावली) …

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श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी

श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज का पावन चरित्र

प्रारंभिक बचपन: एक अव्यक्त आध्यात्मिक स्पार्क पूज्य महाराज जी एक मामूली और अत्यंत पवित्र (सात्विक) ब्राह्मण (पांडे) परिवार में पैदा हुए थे और उनका नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे था। उनका जन्म अखरी गाँव, सरसोल ब्लॉक, कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके दादा एक सन्यासी (सन्यासी) थे और समग्र घरेलू वातावरण गहरा भक्तिपूर्ण, अत्यंत शुद्ध और निर्मल था। उनके पिता …

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डॉo राही मासूम रज़ा

Dr. Rahi Masoom Raza

याद रखने की बात ये है कि आज़ भी नफ़रत फ़ैलाने वालों की "छोटी गट्ठर" हमारे प्यार -मोहब्बत के "बड़े गट्ठर" से बहुत छोटी है।

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रामायण की कहानी: लक्ष्मण जी नहीं सोए 14 साल!!

रामचंद्र जी को जब उनके पिता दशरथ राजपाट सौंपने वाले थे, तभी उनकी दूसरी पत्नी कैकेयी को उनकी दासी मथंरा ने खूब भड़काया। मंथरा ने कहा कि राजा तो आपके बेटे भरत को बनना चाहिए। इसके बाद कैकेयी ने राजा दशरथ से दो वर मांगे, पहला भरत को गद्दी मिलनी चाहिए और दूसरा राम को 14 वर्ष तक वन में …

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रामायण की कहानी: कुंभकरण की नींद!!

रामायण में रावण के भाई कुम्भकरण की भूमिका भी अद्भुत है। वो अपने विशाल शरीर और अपनी भूख से ज्यादा अपनी गहरी नींद के लिए जाना जाता था। माना जाता है कि राक्षस वंश का होने के बावजूद कुम्भकरण बुद्धिमान और बहादुर था। उसकी ताकत से देवराज इंद्र भी ईर्ष्या करते थे। एक बार रावण, कुम्भकरण और विभीषण एक साथ …

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महाभारत की कहानी: चक्रव्यूह में अभिमन्यु का वध!!

कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवों के बीच 18 दिन तक घमासान युद्ध चला था। एक ओर धर्म के लिए लड़ने वाले पांडव थे, तो दूसरी ओर छल कपट और धोखा देने में माहिर कौरव। उन्होंने छल से युद्ध जीतने के लिए एक रणनीति बनाई। उनकी योजना थी कि वो अर्जुन को युद्ध में उलझाकर चारों भाइयों से दूर ले जाएंगे …

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महाभारत की कहानी: भीम और हिडिंबा का विवाह!!

द्वापर युग की बात है। यह बात हर कोई जानता था कि कौरव, पांडवों को हमेशा से अपना शत्रु मानते थे और कैसे भी करके उन्हें मारने की योजना बनाते रहते थे। एक बार जब पांचों पांडव और कुंती वार्णावर्त नगर में महादेव का मेला देखने गए, तब दुर्योधन ने उन्हें मारने की योजना बनाई। उसने पांडवों के विश्राम के …

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रामायण की कहानी: भगवान राम ने दिया हनुमान को मृत्यु दंड!!

हनुमान जी को भगवान राम का सबसे प्रिय भक्त माना जाता है। हनुमान जी भगवान राम से बहुत प्रेम करते थे। जब श्री राम अयोध्या के राजा बने तब हनुमान जी दिन रात उनकी सेवा में लगे रहते। एक दिन की बात है श्री राम जी के दरबार में एक सभा चल रही थी। उस सभा में सभी वरिष्ठ गुरु …

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महाभारत की कहानी: दानवीर कर्ण !!

महाभारत की कथा में कई महान चरित्रों का जिक्र है। उन्हीं में से एक थे दानवीर कर्ण। श्रीकृष्ण हमेशा कर्ण की दानवीरता की प्रशंसा करते थे। वहीं, अर्जुन और युधिष्ठिर भी दान-पुण्य करते रहते थे, लेकिन श्रीकृष्ण कभी उनकी प्रशंसा नहीं करते थे। एक दिन अर्जुन ने श्रीकृष्ण से इसका कारण पूछा। श्रीकृष्ण बोले, “समय आने पर वह यह साबित …

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