ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां | किलकि किलकि उठत धाय, गिरत भूमि लटपटाय | धाय मात गोद लेत, दशरथ की रनियां || अंचल रज अंग झारि, विविध भांति सो दुलारि | तन मन धन वारि वारि, कहत मृदु बचनियां || विद्रुम से अरुण अधर, बोलत मुख मधुर मधुर | सुभग नासिका में चारु, लटकत लटकनियां || तुलसीदास अति आनंद, देख …
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पायो जी मैंने राम रतन धन पायो
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो | वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु | कृपा कर अपनायो || जन्म जन्म की पूंजी पाई | जग में सबी खुमायो || खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे | दिन दिन बढ़त सवायो || सत की नाव खेवटिया सतगुरु | भवसागर तरवयो || मीरा के प्रभु गिरिधर नगर | हर्ष हर्ष जस गायो …
Read More »भज मन राम चरण सुखदाई
भज मन राम चरण सुखदाई जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है, त्रिभुवन तारन आई ॥ जिन चरननकी चरनपादुका भरत रह्यो लव लाई । सोइ चरन केवट धोइ लीने तब हरि नाव चलाई ॥ सोइ चरन संत जन सेवत सदा रहत सुखदाई । सोइ चरन गौतमऋषि-नारी परसि परमपद पाई ॥ दंडकबन प्रभु पावन कीन्हो ऋषियन …
Read More »तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार
राम नाम सोहि जानिये, जो रमता सकल जहान घट घट में जो रम रहा, उसको राम पहचान तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार, उदास मन काहे को करे । नैया तेरी राम हवाले, लहर लहर हरि आप सँभाले | हरि आप ही उठावे तेरा भार, उदास मन काहे को करे || काबू में मँझधार उसी के, हाथों में पतवार उसी के …
Read More »रघुपति राघव राजाराम
रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम | सीताराम सीताराम, भज प्यारे तू सीताराम | ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सब को सन्मति दे भगवान | जय रघुनंदन जय सिया राम, जानकी वल्लभ सीताराम wish4me to English raghupati raaghav raajaaraam , patit paavan seetaaraam | seetaaraam seetaaraam , bhaj pyaare too seetaaraam | eeshvar allaah tero naam , sab ko sanmati de …
Read More »सूरज की गर्मी से जलते हुए
सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को मिल जाये तरुवर की छाया, ऐसा ही सुख मेरे मन को मिला है, मैं जब से शरण तेरी आया, मेरे राम | भटका हुआ मेरा मन था, कोई मिल ना रहा था सहारा | लहरों से लगी हुई नाव को जैसे मिल ना रहा हो किनारा | इस लडखडाती हुई नव को …
Read More »हे रोम रोम मे बसने वाले राम
हे रोम रोम मे बसने वाले राम, जगत के स्वामी, हे अन्तर्यामी, मे तुझ से क्या मांगूं | आप का बंधन तोड़ चुकी हूं, तुझ पर सब कुछ छोड़ चुकी हूं | नाथ मेरे मै क्यूं कुछ सोचूं तू जाने तेरा काम || तेरे चरण की धुल जो पायें, वो कंकर हीरा हो जाएँ | भाग मेरे जो मैंने पाया, …
Read More »जय रघुनन्दन जय सियाराम
जय रघुनन्दन जय सियाराम जय रघुनन्दन जय सियाराम | हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम ||भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते | नर नारी के प्रेम की ज्योति जग मे तुम्ही जलाते | ओ नैया के खेवन हारे, जपूं मै तुमरो नाम || तुम्ही दया के सागर प्रभु जी, तुम्ही पालन हारे | चैन तुम्ही से पाए बेकल मनवा सांझ …
Read More »कलिओं मे राम मेरा किरणों मे राम है
दोहा: पूजा जप ताप मैं नहीं जानू, मै नहीं जानू आरती | राम रतन धन पाकर के मै प्रभु का नाम पुकारती || कलिओं मे राम मेरा, किरणों मे राम है | धरती गगन मे मेरे प्रभु का धाम है || कहाँ नहीं राम है … प्रभु ही की धूप छाया, प्रभु की ही चांदनी | लहरों की वीना मे …
Read More »राम भजो आराम तजो
राम भजो आराम तजो । राम ही शक्ति उपासना, राम ही शान्ति साधना । राम ही कार्य प्रेरणा, राम ही योग और धारणा । राम ही लक्ष्य है लक्ष्मण का, हनुमान जी के प्राण हैं ॥ राम सिया राम बोलो, राम सिया राम । जय रधुनन्दन, जय सिया राम । जानकी वलभ, राजा राम । दशरथ नंदन राजा राम । …
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