तर्ज-तेरी मेरी कट्टी हो जाएगी(रामावतार शर्मा जी का) धार्मिक उन्माद फैलाना, झगड़ों को और बढ़ाना, है कोई अच्छी बात नहीं भड़काऊ गीतों को गाना, पागल जैसे चिल्लाना, है कोई अच्छी बात नहीं हिन्दू मुस्लिम जब भाई हैं, फिर बोलो कैसी लड़ाई है-(२) दिल में नफरत भड़काना, खुद को ऊँचा बतालाना, है कोई अच्छी बात नहीं जो होगा अल्लाह जाने है, …
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राम कहने से तर जाएगा पार भव से उत्तर जायेगा
राम कहने से तर जाएगा, पार भव से उत्तर जायेगा । उस गली होगी चर्चा तेरी, जिस गली से गुजर जायेगा । राम कहने से तर जाएगा… बड़ी मुश्किल से नर तन मिला, कल ना जाने किधर जाएगा । राम कहने से तर जाएगा… अपना दामन तो फैला ज़रा, कोई दातार भर जाएगा । राम कहने से तर जाएगा… …
Read More »राम नाम सुखदाई भजन करो भाई
राम नाम सुखदाई भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का ये तन है जंगल की लकड़ी आग लगे जल जाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का… ये तन है कागज की पुड़िया हवा चले उड़ जाई, भजन करो भाई ये जीवन दो दिन का… ये तन है माटी का ढेला बूँद पड़े गल जाई, भजन करो भाई …
Read More »मुझे अपनी शरण में लेलो राम
मुझे अपनी शरण में ले लो राम ले लो राम द्वार तिहारे आन पड़ा हूँ मेरी खबरीआ ले लो राम ले लो राम मुझे अपनी शरण में ले लो राम ले लो राम… इस जग ने मुझको ठुकराया मीत कोई न तुमसा पाया दुःख संताप मिटाकर मेरे नज़र दया की फेरो राम मेरे राम मुझे अपनी शरण में ले लो …
Read More »हे राम हे राम जग में साचो तेरो नाम
हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम हे राम, हे राम तू ही माता, तू ही पिता है तू ही तो है राधा का श्याम हे राम, हे राम तू अंतर्यामी, सबका स्वामी तेरे चरणों में चारो धाम हे राम, हे राम तू ही बिगड़े, तू ही सवारे इस जग के सारे काम हे राम, हे राम तू …
Read More »राम तुम बड़े कृपालु हो शाम तुम बड़े दयालु हो
राम तुम बड़े कृपालु हो, शाम तुम बड़े दयालु हो । नाथ तुम बड़े दयालु हो,प्रभु जी तुम बड़े कृपालु हो ॥ और न कोई हमारा है, मुझे इक तेरा सहारा है । कि नईया डोल रही मेरी,प्रभु जी तुम करो न अब देरी ॥ तेरा यश गाया वेदों ने, पार नहीं पाया वेदों ने । नेती नेती गाया वेदों …
Read More »मुझमे राम तुझमे राम सबमे राम समाया
मुझमे राम तुझमे राम सबमे राम समाया, सबसे करलो प्रेम यहां कोई नहीं पराया, यहां कोई नहीं पराया। एक बाग़ के फूल हैं सारे,एक हार के मोती, जितने हैं संसार में प्राणी,सबमे एक ही ज्योति भूल गए उस परम-पिता को जिसने हमे बनाया, सबसे करलो प्रेम यहां कोई नहीं पराया, यहां कोई नहीं पराया। एक पिता के बच्चे है हम,एक …
Read More »लौट चलो तुम घर को
“यह सच है तो अब लौट चलो तुम घर को |” चौंके सब सुनकर अटल कैकेयी स्वर को | सबने रानी की ओर अचानक देखा, बैधव्य-तुषारावृता यथा विधु-लेखा | बैठी थी अचल तथापि असंख्यतरंगा , वह सिंही अब थी हहा ! गौमुखी गंगा — “हाँ, जनकर भी मैंने न भारत को जाना , सब सुन लें,तुमने स्वयं अभी …
Read More »ओ मईया तैने का ठानी मन में
ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ हाय री तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइ री वन में -२ यधपि भरत तेरो ही जायो, तेरी करनी देख लज्जायो, अपनों पद तैने आप गँवायो भरत की नजरन में, राम-सिया भेज दइ री वन में , हठीली तैने का ठानी मन में, राम-सिया …
Read More »देखा लखन का हाल तो श्री राम रो पड़े
देखा लखन का हाल तो श्री राम रो पड़े ।अंगत सुग्रीव जामवंत बलवान रो पड़े ॥ लंका विजय की अब मुझे, चाहत नहीं रही ।मुझमें धनुष उठाने की, ताकत नही रही ।रघुवर के साथ धरती, आसमान रो पड़े ॥ करने लगे विलाप, श्री राम फुटकर ।क्या मै जवाब दूँगा, अयोध्या में लौटकर ।जितने थे मन में राम के, अरमान रो …
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