एक बार भगवान शंकर ने माता पार्वती के साथ जुआ खेलने की अभिलाषा प्रकट की। खेल में भगवान शंकर अपना सब कुछ हार गए। हारने के बाद भोलेनाथ अपनी लीला को रचते हुए पत्तों के वस्त्र पहनकर गंगा के तट पर चले गए। कार्तिकेय जी को जब सारी बात पता चली, तो वह माता पार्वती से समस्त वस्तुएँ वापस लेने …
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गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या की कहानी
रामायण में वर्णित कथा के अनुसार राम और लक्ष्मण ऋषि विश्वामित्र के साथ मिथिलापुरी के वन उपवन आदि देखने के लिये निकले तो उन्होंने एक उपवन में एक निर्जन स्थान देखा। राम बोले, “भगवन! यह स्थान देखने में तो आश्रम जैसा दिखाई देता है किन्तु क्या कारण है कि यहाँ कोई ऋषि या मुनि दिखाई नहीं देते?” विश्वामित्र जी ने …
Read More »क्या मरना भी मुहूर्त में ही?
मुहूर्त विज्ञान उपक्रम मे इस बात का उदाहण मिलता है कि यदि मरने का मुहूर्त नहीं बनता था तो वे लोग अपना मरना भी स्थगित कर देते थे। आर्य जाति के गौरवपूर्ण इतिहास ग्रंथ में वर्णन आता है कि महाभारत के संग्राम के समय जब नौ दिन में ही भीष्मजी द्वारा कौरव सेना का संचालन करते हुए पांडवों की आधी …
Read More »क्या मरना भी मुहूर्त में ही?
मुहूर्त विज्ञान उपक्रम मे इस बात का उदाहण मिलता है कि यदि मरने का मुहूर्त नहीं बनता था तो वे लोग अपना मरना भी स्थगित कर देते थे। आर्य जाति के गौरवपूर्ण इतिहास ग्रंथ में वर्णन आता है कि महाभारत के संग्राम के समय जब नौ दिन में ही भीष्मजी द्वारा कौरव सेना का संचालन करते हुए पांडवों की आधी …
Read More »द्रौपदी- स्वयंवर की कथा
राजा द्रुपद के मन में यह लालसा थी कि मेरी पुत्री का विवाह किसी-न- किसी प्रकार अर्जुन के साथ हो जाये। परन्तु उन्होनें यह विचार किसी से प्रकट नहीं किया। अर्जुन को पहचानने के लिये उन्होनें एक धनुष बनवाया, जो किसी दूसरे से झुक न सके। इसके अतिरिक्त्त आकाश में ऐसा कृत्रिम यन्त्र टँगवा दिया, जो चक्कर काटता रहता था। …
Read More »कंस वध
भगवान श्री कृष्ण और बलराम ने चाणूर, मुष्टिक, कूट, शल और तोशल—इन पाँचों पहलवानो को मारा। इसके बाद जो बचे वो जान बचाकर भाग गए। उनके भाग जाने पर भगवान श्रीकृष्ण और बलरामजी अपने दोस्त ग्वाल-बालों को खींच-खींचकर उनके साथ भिड़ने और नाच-नाचकर भेरीध्वनि के साथ अपने नूपुरों की झनकार को मिलाकर मल्लक्रीडा—कुश्ती के खेल करने लगे। भगवान श्रीकृष्ण और …
Read More »कृष्णा माजी माता, कृष्णा मज़ा पिता
भहहिनी भंधु चुलता कृष्णा माजा कृष्णा मज़ा गुरु, कृष्णा मज़े तारुणी उतरी फैला तिरु भावना धीचा कृष्णा मूज़े माना कृष्णा मूज़े जाना सूएरा सजना कृष्णा मज़ा तुका माने मज़ा श्री कृष्णा विषम्भा वाते ना करवा पराता जीवा [To English wish4me] Bhahini Bhandhu Chulatha Krishna Maaja Krishna Maja Guru, Krishna Maje Taaruni Utari Phaila Thiru Bhavana Dheecha Krishna Muje Mana Krishna …
Read More »कृपाकारी पंदरी नाता
दीना नाता तू समर्ता अपराधा करी क्षेमा तुजा ना काले महिमा करी भक्तचा सामबालू अनंतचा तू कृपालु आअमही भाहू आनयायी क्षमा करी वितभाई आलो पठिता शरणं पावना करी नारायाणा पापी अहंगहा तेरा कृपा करी दासावरा मी तेरी अवागुना भाहूता दया करी पंदरीनता तुजे नाममृता सारा नराहरी जेप निरंतरा [To English wish4me] Deena Natha Thu Samartha Aparadha Kari Kshema Thujaa Na …
Read More »जया जयतु पंदरी
होया होया तू वरकारी सांड़ोनिया वाहवणता हया एजीसी वैकुंता खंडया पता कांचे भरा तुलसी माला आपी अवीरा साधु संतंचा डाटानी तुखा जया लोतांगनी [To English wish4me] Hoya Hoya Thu Varakari Saandoniya Vahavantha Haya Ejisi Vaikunta Khandya Patha Kanche Bhara Tulasi Mala Aapi Avira Sadhu Santhancha Datani Tukha Jaya Lotangani
Read More »वित्तला यी पंढारी रया
वित्तला यी पंढारी रया -4 शंका चकरा धारा वैजयंती डरा पितांबरदरा गोवर्धानोधरा तुलासीमला शोभिता गला गरूडा गमना हरी पंकजा नभा * वित्तला यी पंढारी रया(2) * मस्तका लिंगा स्वरूपा लिंगा रूपा बांगा सज्जना संघा * याडुकुला तिलका मन्माता जानका पठिता पावना देना दायालो * वित्तला यी पंढारी रया(2) * त्रिभुवना रूपा विश्वा स्वरूपा भावा भाया थापा हरीति पापा रुक्मिणी कांता …
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