राजा धर्मद्वज का कुशध्वज नामक एक धर्मात्मा भाई था। उसका विवाह मालावती नामक युवती से हुआ। धर्मध्वज के भांति कुशध्वज भी भगवती जगदम्बा का अनन्य भक्त था। वह प्रतिदिन उनके मायाबीज मंत्र का जाप करता था। भगवती कि कृपा से कुशध्वज के घर एक सुन्दर कन्या उत्पन्न हुई। वह कन्या महालक्ष्मी का अंश थी। जन्म लेते ही वह कन्या …
Read More »Ramayan
भक्ति की अद्भुत पराकाष्ठा की मिसाल भगवान हनुमान
लंका मे रावण को परास्त करने के बाद श्रीराम माता सीता लक्ष्मण और हनुमान के साथ अयोध्या लौट चुके थे। प्रभु राम के आने की खुशी में पूरे अयोध्या में हर्षोल्लास का माहौल था। राजमहल में राज्याभिषेक की तैयारियां चल रही थी। राज्याभिषेक के बाद जब लोगों को उपहार बांटे जा रहे थे तभी माता सीता ने हनुमान जी से …
Read More »माता सीता के स्वयंवर की कथा
सीता के स्वयंवर की कथा वाल्मीकि रामायण और रामचरित मानस के बालकांड सहित सभी रामकथाओं में मिलती है। वाल्मीकि रामायण में जनक द्वारा सीता के लिए वीर्य शुल्क का संबोधन मिलता है। जिसका अर्थ है राजा जनक ने यह निश्चय किया था कि जो व्यक्ति अपने पराक्रम के प्रदर्शन रूपी शुल्क को देने में समर्थ होगा, वही सीता से …
Read More »राम से बड़ा राम का नाम
राम से बड़ा राम का नाम .. अंत में निकला ये परिणाम, राम से बड़ा राम का नाम .. सुमिरिये नाम रूप बिनु देखे, कौड़ी लगे ना दाम . नाम के बाँधे खिंचे आयेंगे, आखिर एक दिन राम . राम से बड़ा राम का नाम .. जिस सागर को बिना सेतु के, लाँघ सके ना राम . कूद गये हनुमान …
Read More »अब मुझे राम भरोसा तेरा
अब मुझे राम भरोसा तेरा ॥ गूंजे मधुमय नाम की ध्वनि नाभि के धाम ह्रदय मस्तक कमल में राम राम श्री राम ॥ मुझे भरोसा राम का रहे सदा सब काल दीनबन्धु वह देव है हितकर दीन दयाल ॥ पकड़ शरण अब राम की सुदृढ निश्चय साथ तज कर चिंता मैं फिरूँ पा कर उत्तम नाथ ॥ अब मुझे राम …
Read More »ज़रा आ शरण मेरे राम की
श्री राम, श्री राम, श्री राम, श्री राम || ज़रा आ शरण मेरे राम की, मेरा राम करुणानिधान है | (२) ज़रा आ शरण मेरे राम की, मेरा राम किरपानिधान है | मेरा राम करुणानिधान है | मेरा राम किरपानिधान है | ज़रा आ शरण मेरे राम की, मेरा राम करुणानिधान है | पल पल तू उसका ध्यान कर उसके …
Read More »दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना
दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना, दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना, जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैने समझ ली है, जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैने समझ ली है, रावण मारे ना श्री राम के बिना, लंका …
Read More »विजय दशमी
विजयादशमी / दशहरा आश्विन शुक्ल दशमी को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह भारत का ‘राष्ट्रीय त्योहार’ है। रामलीला में जगह–जगह रावण वध का प्रदर्शन होता है। क्षत्रियों के यहाँ शस्त्र की पूजा होती है। ब्रजके मन्दिरों में इस दिन विशेष दर्शन होते हैं। इस दिन नीलकंठ का दर्शन बहुत शुभ माना जाता है। यह त्योहार क्षत्रियों का माना जाता है। इसमें अपराजिता देवी की पूजा होती है। यह पूजन भी सर्वसुख देने …
Read More »रमा एकादशी व्रत Rama Ekadashi
रमा एकादशी व्रत विधि (रामा एकादशी व्रत विधि इन हिन्दी) एकादशी व्रत के नियमों का पालन व्रत के एक दिन पहले यानि दशमी के दिन से ही शुरू हो जाता है। रमा एकादशी के दिन स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत संकल्प करना चाहिए। एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए है। इसके बाद भगवान विष्णु का धूप, …
Read More »आरती श्री रामायणजी की
आरती श्री रामायणजी की
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