, जो एक जनेऊ हनुमान जी के लिए ले आये थे। संयोग से मैं उनके ठीक पीछे लाइन में खड़ा था, मेंने सुना वो पुजारी से कह रहे थे कि वह स्वयं का काता (बनाया) हुआ जनेऊ हनुमान जी को पहनाना चाहते हैं, पुजारी ने जनेऊ तो ले लिया पर पहनाया नहीं। जब ब्राह्मण ने पुन: आग्रह किया तो पुजारी बोले यह तो हनुमान जी का श्रृंगार है इसके लिए बड़े पुजारी (महन्त) जी से अनुमति लेनी होगी,
Read More »Mantra Jaap
पुरुषोतम मास /अधिक मास माहात्म्य अध्याय – 5
adhik mas:- मल मास द्वारा अपने मर जाने की प्रार्थना भगवन श्री हरि को करना देवऋषि नारद जी ने भगवान श्री नारायण से पूछा:- हे महाभाग ! चरणों में पड़े अधिक मास को भगवान श्री हरि ने क्या उतर दिया और उससे क्या क्या कहा था? वह सम्पूर्ण वृतांत कृपा करके मुझसे विस्तारपूर्वक कहिये . हे अर्जुन! बैकुण्ठ का वृत्तान्त हम तुम्हारे सम्मुख …
Read More »ॐ नमः शिवाय मंत्र का शुद्ध उच्चारण
अभी सावन का महीना प्रारम्भ होने वाला है। आपने देखा होगा की सभी मंदिर में जाते हैं और जप करते हैं ॐ नमः शिवाय। यह मंत्र भगवान् शिव का एकाक्षरी बीज मंत्र है और बहुत ही शक्ति प्रदान करने वाला है। इस मंत्र का यदि हम जाप करते हैं तो शनि राहु केतु कोई भी ग्रह अगर गलत चल रहा …
Read More »Powerful Gayatri Mantra
ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्व:तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहिधियो यो नः प्रचोदयात् ॥
Read More »नवतत्त्व प्रकरण प्रश्नोत्तरी
प्रश्न- 31 मोक्ष तत्त्व उपादेय क्यों है ? जवाब- 31 कर्मो का संपूर्ण क्षय होना मोक्ष है । जब मोक्ष प्राप्त होता है, तो जीव अपने संपूर्ण शुद्ध स्वरुप को प्राप्त हो जाता है । उसमें किसी भी प्रकार का कर्म विकार रुप मल नहीं रहता । इस अमल-निर्मल तथा संपूर्ण आत्मदशा को प्राप्त होने का नाम ही मोक्ष है …
Read More »नवतत्त्व प्रकरण प्रश्नोत्तरी
प्रश्न- 1 तत्त्व किसे कहते है ? जवाब- 1 चौदह राजलोक रुप जगत में रहे हुए पदार्थों के लक्षण, भेद, स्वरुप आदि को जानना, तत्त्व कहलाता है । प्रश्न- 2 तत्त्व कितने और कौन कौन से होते है ? जवाब- 2 तत्त्व नौ हैं – 1.जीव 2.अजीव 3.पुण्य 4.पाप 5.आश्रव 6.संवर 7.निर्जरा 8.बंध 9.मोक्ष । प्रश्न- 3 जीव तत्त्व किसे …
Read More »औरत पुरुष की हर परेशानी को हर लेती है
औरत, कुदरक का दिया हुआ वो वरदान है, जो जिंदगी मे आ जाये तो! अपने प्रेम की अमृत धारा से जीवन को प्रेम से भर देती है, हर जख्म पर प्यार का मरहम लगाकर जीवन संवार देती है!औरत का मन सागर की तरह गहरा होता है, जिसमे ना जाने कितने सुख, दुःख छुपाये रहती है, फिर भी अपने परिवार को …
Read More »पवित्रीकरण मंत्र
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपिवा ।।यः स्मरेत्पुण्डरीकाक्षं स बाह्यभ्यन्तरः शुचिः ॥ॐ पुनातु पुण्डरीकाक्षः।।
Read More »श्री कृष्ण चालीसा
॥ दोहा॥बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम ।अरुण अधर जनु बिम्बफल, नयन कमल अभिराम ॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पीताम्बर शुभ साज ।जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज ॥ ॥ चौपाई ॥जय यदुनंदन जय जगवंदन। जय वसुदेव देवकी नन्दन॥ जय यशुदा सुत नन्द दुलारे। जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥ जय नट-नागर, नाग नथइया॥ कृष्ण कन्हइया धेनु चरइया॥ …
Read More »GAYATRI MANTRA KI SHAKTI || गायत्री मंत्र का जाप और उच्चारण विधि
GAYATRI MANTRA KI SHAKTI || गायत्री मंत्र का जाप और उच्चारण विधि
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