हे श्याम, श्याम, श्याम, श्याम, मेरे श्याम करुणा सुनो श्याम मेरी ॥ करुणा सुनो श्याम मेरी, मैं तो होय रही चेरी तेरी, करुणा सुनो श्याम मेरी ॥ दरसन कारन भयी बावरी, बिरह व्यथा तन घेरी, तेरे कारन जोगन हूँगी, दूंगी नगर बिच फेरी, कुञ्ज बन हेरी हेरी, करुणा सुनो श्याम मेरी ॥ अंग बभूत गले मृग छाला, यूं तन भसम करूंगी, अजहूँ न मिल्या …
Read More »Hindu
नाग पंचमी
नागों को हिन्दू धर्म में अहम स्थान दिया गया है। त्रिदेवों में से एक भगवान शिव के गले में स्थान पाने वाले नागों की हिन्दू धर्म में पूजा की जाती है। नागों की पूजा का विशेष पर्व “नाग पंचमी” है। स्कन्द पुराण के अनुसार इस दिन नागों की पूजा करने से सारी मनोकामनाए पूर्ण होती हैं। कब मनाई जाती है नाग पंचमी …
Read More »रक्षाबंधन Rakshabandhan
हिन्दू पंचांगानुसार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन का एक-दूसरे के प्रति स्नेह, प्यार और अटूट विश्वास का प्रतीक है। राखी बांधने का शुभ समय (Raksha Bandhan Muhurat) हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण पूर्णिमा यानि रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ समय हैं।) विधि विधान (History and Vidhi of Raksha …
Read More »कजरी कजली तीज
हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से पांचवे माह भादों के कृष्ण पक्ष की तीज को कजली कजरी तीज की तरह मनाया जाता है| दुसरे तीज त्यौहार की तरह इस तीज का भी अलग महत्त्व है| तीज एक ऐसा त्यौहार है जो शादीशुदा लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है| हमारे देश में शादी का बंधन सबसे अटूट माना जाता है| पति …
Read More »श्री कृष्ण जन्माष्टमी
माधव, केशव, कान्हा, कन्हैया जैसे नामों से पुकारे जाने वाले भगवान श्रीकृष्ण का जन्म दिन “जन्माष्टमी” के रूप में मनाया जाता है। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण की जयंती मनाई जाती है। हिन्दू धर्मानुसार प्रत्येक मनुष्य को जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtami Vrat) अवश्य करना चाहिए। जन्माष्टमी व्रत विधि (Janmashtami Vrat Vidhi in Hindi) भविष्य …
Read More »अजा एकादशी
भगवान श्री राम के वंश में हरिश्चन्द्र नाम के एक राजा हुए थे। राजा अपनी सत्यनिष्ठा और ईमानदारी के लिए प्रसिद्घ थे। एक बार देवताओं ने इनकी परीक्षा लेने की योजना बनाई। राजा ने स्वप्न में देखा कि ऋषि विश्ववामित्र को उन्होंने अपना राजपाट दान कर दिया है। सुबह विश्वामित्र वास्तव में उनके द्वार पर आकर कहने लगे तुमने स्वप्न …
Read More »सूर्य ग्रहण (Surya Grahan)
जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तब सूर्य कुछ समय के लिए चंद्रमा के पीछे छुप जाता है। इसी स्थिति को वैज्ञानिक भाषा में सूर्य ग्रहण कहते हैं। ग्रहण को हिन्दू धर्म में शुभ नहीं माना जाता है। धर्म के अनुसार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan Katha) मत्स्य पुराण में सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण की कथा …
Read More »हरतालिका तीज (Hartalika Teej)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाले हरतालिका तीज व्रत की कथा इस प्रकार से है- हरतालिका तीज व्रत लिंग पुराण की एक कथा के अनुसार मां पार्वती ने अपने पूर्व जन्म में भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हिमालय पर गंगा के तट पर अपनी बाल्यावस्था में अधोमुखी होकर घोर तप किया। …
Read More »विश्वकर्मा पूजा ( Vishwakarma puja )
हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान विश्वकर्मा निर्माण एवं सृजन के देवता कहे जाते हैं। माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही इन्द्रपुरी, द्वारिका, हस्तिनापुर, स्वर्ग लोक, लंका आदि का निर्माण किया था। इस दिन विशेष रुप से औजार, मशीन तथा सभी औद्योगिक कंपनियों, दुकानों आदि पूजा करने का विधान है। विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja ) विश्वकर्मा पूजा के विषय …
Read More »ऋषि पंचमी
ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि का विस्तार लिखा गया हैं | इसे पढ़ कर आप आसानी से इस व्रत का पालन कर सकते हैं | ऋषि पंचमी का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत अधिक माना जाता हैं | दोषों से मुक्त होने के लिए इस व्रत का पालन किया जाता हैं | यह एक त्यौहार नहीं अपितु एक …
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