नैना देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में स्थित है। यह मंदिर हिन्दू धर्म के लोगों का पवित्र धार्मिक स्थान है। इन्हें देवी के 51 शक्ति पीठों (Naina Devi Shaktipeeth) में से एक माना जाता है। यहां देवी सती के नैन यानि आंखें गिरी थीं। माता नैना देवी अपने इस भव्य मंदिर में पिंडी रूप में स्थापित हैं। नैना …
Read More »Religious Places
कालका जी मंदिर
भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित कालका जी मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर और देवीपीठ माना जाता है। यह मंदिर एक छोटी-सी पहाड़ी पर स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर करीब 3000 वर्ष पुराना है। कालका जी का मंदिर (Kalkaji Mandir, Delhi) देवी के प्रसिद्ध सिद्ध पीठों में से एक है, और मां काली को समर्पित है। इसे “मनोकामना …
Read More »रामनाथ स्वामी मंदिर
रामनाथ स्वामी का प्रसिद्ध मंदिर रामेश्वरम में स्थित है। यह हिन्दुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह मंदिर शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और ग्यारहवें स्थान पर आता है। यह मंदिर भगवान को समर्पित है। इस मंदिर में स्थित शिवलिंग के संबंध में कई कथाएं लोगों के बीच प्रचलित है। रामनाथ स्वामी मंदिर से जुड़ी एक कथा …
Read More »श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर
श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल राज्य के तिरुअनन्तपुरम शहर में स्थित है। यह मंदिर जगत पालक भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर केरल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में से एक है। मान्यता है कि देश में भगवान विष्णु को समर्पित 108 देशम है और श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर भी उनमें से एक हैं। श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर का धार्मिक …
Read More »चार धाम
चार धाम यात्रा को हिंदुओं के सबसे पावन यात्राओं में से एक माना जाता है। इसकी तुलना मुस्लिमों की हज यात्रा से की जाती है। मान्यता है कि एक हिन्दू को जीवन में एक बार चार धाम की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। यह चार धाम भारत के चार दिशाओं में फैले हैं यानि बद्रीनाथ (उत्तराखंड), रामेश्वरम् (तमिलनाडू), द्वारका (गुजरात) एवं …
Read More »त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग
गोदावरी के उद्गम स्थल के समीप (महाराष्ट्र के नासिक में) ही श्री त्र्यम्बकेश्वर शिव अवस्थित हैं। गौतमी तट पर स्थित इस त्र्यम्बक ज्योतिर्लिंग का जो मनुष्य भक्तिभाव पूर्वक दर्शन पूजन करता है, वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है। श्री त्र्यम्बकेश्वर शिव ज्योतिर्लिंग की कथा (Story of Trimbakeshwar Shiva Temple) पुराणों के अनुसार एक बार महर्षि गौतम के तपोवन …
Read More »सोमनाथ
सौराष्ट्र (गुजरात) के काठियावाड़ क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रभास तीर्थ स्थित है, जहां प्रसिद्ध सोमनाथ का मंदिर है। देश के १२ ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (Somnath Jyotirlinga in Gujrat) का स्थान प्रथम है। कहते हैं कि सोमनाथ में महामृत्युंजय का जाप करने से मनुष्य के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। सोमनाथ मंदिर के परिसर में एक कुंड है, …
Read More »रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग दक्षिण भारत के समुद्र तट पर स्थित है। कहते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने स्वयं अपने हाथों से श्री रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग (Shri Rameshwaram Jyotirling) की स्थापना की थी। रामेश्वरम की कथा (Story of Shri Rameshwaram Jyotirling in Hindi) शिव पुराण के अनुसार जब श्रीराम ने रावण के वध हेतु लंका पर चढ़ाई की थी तो विजयश्री की …
Read More »ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर तीर्थ (Shri Omkareshwar Jyotirling) अलौकिक है। यह तीर्थ नर्मदा नदी के किनारे विद्यमान है। नर्मदा नदी के दो धाराओं के बंटने से एक टापू का निर्माण हुआ था जिसका नाम मान्धाता पर्वत पड़ा। आज इसे शिवपुरी भी कहा जाता है। इसी पर्वत पर भगवान ओंकारेश्वर और परमेश्वर विराजमान हैं। ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग …
Read More »मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
श्रीशैलम (श्री सैलम नाम से भी जाना जाता है) नामक ज्योतिर्लिंग आंध्रप्रदेश के पश्चिमी भाग में कुर्नूल जिले के नल्लामल्ला जंगलों के मध्य श्री सैलम पहाड़ी पर स्थित है। यहां शिव की आराधना मल्लिकार्जुन नाम से की जाती है। मंदिर का गर्भगृह बहुत छोटा है और एक समय में अधिक लोग नहीं जा सकते। शिवपुराण के अनुसार भगवान कार्तिकेय को …
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