किसी श्रीमान ज़मींदार के महल के पास एक ग़रीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी। ज़मींदार साहब को अपने महल का अहाता उस झोंपड़ी तक बढ़ाने की इच्छा हुई, विधवा से बहुतेरा कहा कि अपनी झोंपड़ी हटा ले, पर वह तो कई ज़माने से वहीं बसी थी; उसका प्रिय पति और इकलौता पुत्र भी उसी झोंपड़ी में मर गया था। पतोहू …
Read More »Story Katha
ज्यादा अच्छे मत बनो, नहीं तो हमेशा दुखी रहोगे
मानव स्वभाव पर बुद्ध कहानी आचार्य चाणक्य ने कहा था कि इंसान को ज्यादा सीधा भी नहीं होना चाहिए, क्योंकि अगर हम जंगल में जाकर देखे तो, जान पाएंगे की सीधे पेड काट दिए जाते हैं जबकि टेढे मेढे पेड छोड दिए जाते हैं। तो आज की हमारी ब्लॉग पोस्ट भी इसी बारे में है कि ज्यादा अच्छा बना बुरा …
Read More »नए युग की शुरुआत
।ईस्ट इंडिया नाम की ब्रिटिश कंपनी लगभग पूरे विश्व पर राज करती थी। ब्रिटेन से सबसे बुरे पर प्रभावशाली लोग इस कंपनी के मलिक हुआ करते थे। एक टाइम में ब्रिटेन की ऑफिसियल सेना से दुगुनी बड़ी सेना इनके पास हुआ करती थी।
Read More »शम्मी कपूर और गीता बाली
अपने पहले बेटे के जन्म का आशीर्वाद मिला। उन्होंने उसका नाम आदित्य राज कपूर रखा। 1961 में उनकी एक बेटी कंचन कपूर हुई। यह एक आदर्श विवाह था
Read More »बिल्लू बार्बर फिल्म
इरफान का किरदार बिल्लू एक छोटे से गांव में नाई बनकर रह गया, और उसका दोस्त साहिल (शाहरुख) बहुत बड़ा फिल्म स्टार बन गया
Read More »दारा सिंह v/s किंग कॉग
दारा सिंह, भारतीय सिनेमा और टेलीविज़न के अभिनेता, प्रोफेशनल पहलवान, फ़िल्म निर्देशक, और राजनीतिक व्यक्ति थे। वे बड़ी पुनेर्जीलीला पहलवान रहे हैं और उन्हें भारतीय पहलवानों में से एक माना जाता है। उनका जन्म 19 नवंबर 1928 को धारमपुर, पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था और उनका नाम दीरा सिंह था। दारा सिंह ने अपने पहले बड़े अभिनय करियर का …
Read More »सर्वस्व दान ही सबसे बड़ा
वे लोगों के घर आटा पीसकर अपना काम चलाती हैं| ये पैसे कई महीने में वे एकत्र कर पायी थीं| यही उनकी सारी पूँजी थीं| मैं सर्वस्व दान करने वाली उन श्रद्धालु माता को प्रणाम करता हूँ|’
Read More »इंसानियत अभी तक जिंदा है
जूते पॉलिश करनेवालों के दल में आपसी प्रेम, सहयोग, एकता तथा मानवता की ऐसी ऊँचाई देखकर वे सज्जन चकित रह गये औऱ खुशी से उसकी पीठ थपथपाई…
Read More »Father Daughter aur OLX
जीवन में कुछ व्यवहार करते समय नफा नुकसान नहीं देखना चाहिए। अपने माध्यम से किसी को क्या सच में कुछ आनंद प्राप्त हुआ यह देखना भी होता है
Read More »भ्रष्ट्राचारियों के साथ कैसा बर्ताव होना चाहिए?
भ्रष्ट्राचारियों के साथ कैसा बर्ताव होना चाहिए, उसका उदाहरण हमारे इतिहास में घटी एक घटना से मिलता है। यह सजा भी किसी राजा या सरकार द्वारा नही बल्कि उसके परिजन द्वारा ही दी गई।
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