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Vrat & Festivals

Importance of Rangolis During Diwali………………..

rangoli

Rangoli is a traditional Indian art of decorating the entrance to a house. Learn more about its importance during Diwali. Diwali is touted as a festival of lights. However, colours also play a big role in this festival. Houses are freshly painted and adorned with a multitude of decorations. People buy new clothes and gifts for their family and friends. …

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Different communities celebrate the Festival of Lights

Diwali pooja

Diwali, a festival every Indian looks forward to throughout the year. It is considered to be a Festival of Lights that eradicates all darkness and despair of the world. Diwali is celebrated differently in different cultures across India and even abroad. People from different communities and regions observe Diwali in their own unique ways. While the common beleif is that …

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Work of Krishnananda Saraswati

Work of Krishnananda Saraswati Worshipful Sri Swami Krishnanandaji Maharaj took birth on the 25th of April, 1922, and was named Subbaraya. He was the eldest of five children in a highly religious and orthodox Brahmin family well versed in the Sanskrit language, the influence of which was very profound on the young boy. He attended high school in Puttur (South …

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दशहरे पर पान क्यों खाया जाता है

dashara paan

dashahare ke paan पान प्रेम का पर्याय है। दशहरे में रावण दहन के बाद पान का बीड़ा खाने की परम्परा है। ऐसा माना जाता है दशहरे के दिन पान खाकर लोग असत्य पर हुई सत्य की जीत की खुशी को व्यक्त करते हैं, और यह बीड़ा उठाते हैं कि वह हमेशा सत्य के मार्ग पर चलेंगे। जानकार कहते हैं कि …

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जीवित्पुत्रिका व्रत पूजन, Jivitputrika Vrat Puja

Jivitputrika Vrat Puja

प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष के मध्य आने वाले इस व्रत में पुत्र की कल्याण-कामना के लिए जितिया को विधी पूर्वक निभाया जाता है. पुत्रों की लंबी उम्र के लिए माताएं जितिया व्रत को पितराइनों (महिला पूर्वजों) तथा जिमूतवाहन को सरसों का तेल व खल्ली चढ़ाती हैं. तथा इस पर्व से जुड़ी कथा की चील (चिल्हो )व सियारिन (सियारो) को भी चूड़ा-दही …

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गंगा दशहरा

ganga dashera story

पौराणिक मान्यता के अनुसार, राजा सगर के मृत पुत्रों का उद्धार करने के लिए गंगा धरती पर अवतरित हुईं थीं। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी। ये विशेष तिथि है, इसे हर साल गंगा दशहरा के नाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक गंगा हिमालय और मैना की पुत्री हैं और भगवान विष्णु के अंगूठे से निकलती …

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निर्जला एकादशी व्रत

Nirjala Akadshi Vart Story

हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत को महत्वपूर्ण माना गया है । प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशी तिथियां होती हैं। जब मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं इस व्रत में पानी पीना वर्जित है इसलिये इसे निर्जला एकादशी कहते हैं। व्रतों में निर्जला एकादशी …

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कंस वध

kans vadh

भगवान श्री कृष्ण और बलराम ने चाणूर, मुष्टिक, कूट, शल और तोशल—इन पाँचों पहलवानो को मारा। इसके बाद जो बचे वो जान बचाकर भाग गए। उनके भाग जाने पर भगवान श्रीकृष्ण और बलरामजी अपने दोस्त ग्वाल-बालों को खींच-खींचकर उनके साथ भिड़ने और नाच-नाचकर भेरीध्वनि के साथ अपने नूपुरों की झनकार को मिलाकर मल्लक्रीडा—कुश्ती के खेल करने लगे। भगवान श्रीकृष्ण और …

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गुरु पूर्णिमा

Guru Purnima Story

  गुरु पूर्णिमा राष्ट्रीय विस्तृत त्योहार है जो इस दुनिया में गुरु के प्रति समर्पित है। गुरु शब्द शिक्षक जो एक नौसिखिया के लिए कुछ भी सिखाता है के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि हम प्राचीन समय से संबंधित, टी वास्तव में गुरु व्यास ने लिखा 4 वेदों की पूजा की जाती है। लेकिन आज के समय में, यह …

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Pausha Putrada Ekadashi

MATA YASHOMATI

Paush Kabir Ekadashi is celebrated by Hindus with a lot of pomp and fervor across India. Addressed with several alternative names such as Pausha Putrada Ekadashi and Putrada Ekadashi, this is one of the important vrats (fasts) observed by the entire Hindu community in order to ensure that they are blessed with a son. Special pujas are performed on this …

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