According to Hindu lunar calendar, Paush Purinma falls on full moon day of Magha month. The auspicious day of Paush Purnima holds great importance among devotees. Starting from Paush Purnima, devotees take holy dips in Ganga or Yamuna River throughout the Magha month. Magha month starts from the next day of Paush Purnima as per the north Indian lunar calendar. …
Read More »Vrat & Festivals
SAKAT CHAUTH
SAKAT CHAUTH VRAT KATHA व्रत कथा –एक बार राक्षसों से भयभीत होकर देवता भगवान शंकर की शरण में गए। उस समय भगवान शिव के पास भगवान कार्तिकेय तथा गणेश भी उपस्थित थे। शिवजी ने दोनों से पूछा – तुममे से कौन देवताओं के कष्ट समाप्त करेगा। तब कार्तिकेय और गणेश दोनो ही जाने की इच्छा प्रकट की। ऐसा जान मुस्कारते …
Read More »Pongal
Pongal, which is celebrated in countries such as India, marks the start of sun’s six-month long journey northwards (Uttarayana). This observance occurs annually around January 14 each year. Hindus consider the date as auspicious and mark this as the beginning of sun’s movement towards the zodiac Capricorn (Makarm Rashi). Many people wear new clothes during Pongal in India. What Do …
Read More »मकर संक्रान्ति
मकर संक्रान्ति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रान्ति पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है क्योंकि इसी दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर …
Read More »Shattila Ekadashi
षट्तिला एकादशी व्रत वधि (Shattila Ekadasi Vrat Vidhi) कथा के पश्चात इस एकादशी का जो व्रत विधान है वह जानते हैं. व्रत विधान के विषय में जो पुलस्य ऋषि ने दलभ्य ऋषि को बताया वह यहां प्रस्तुत है. ऋषि कहते हैं माघ का महीना पवित्र और पावन होता है इस मास में व्रत और तप का बड़ा ही महत्व है. …
Read More »Mauni Amavasya
माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को “मौनी अमावस्या” के नाम से जाना जाता है। इस अमावस्या को माघी अमावस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत धारण करने का विधान है। मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। अमावस्या का महत्व (Significance of Mauni Amavasya): भविष्यपुराण के अनुसार …
Read More »Basant Panchami
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी से ऋतुओं के राजा वसंत का आरंभ हो जाता है। यह दिन नवीन ऋतु के आगमन का सूचक है। इसीलिए इसे ऋतुराज वसंत के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है। साथ ही यह मां सरस्वती की जयंती का दिन है। इस दिन से प्रकृति के सौंदर्य में निखार दिखने लगता है। वृक्षों …
Read More »रथ सप्तमी Ratha Saptami Vrat Vidhi
रथ सप्तमी व्रत विधि भगवान सूर्य देव को समर्पित “रथ सप्तमी” का व्रत माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखा जाता है। मान्यता है इस दिन किए गए स्नान, दान, होम, पूजा आदि सत्कर्म हजार गुना अधिक फल देते हैं। रथ सप्तमी व्रत विधि: भविष्यपुराण अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को एक समय …
Read More »भीमाष्टमी पर्व
भीष्म पितामह की जीवन गाथा माघ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को प्रतिवर्ष भीमाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भीष्म पितामह ने अपने शरीर को छोडा़ था, इसीलिए यह दिन उनका निर्वाण दिवस है। पौराणिक कथा के अनुसार- भीष्म पितामह का असली नाम देवव्रत था। वे हस्तिनापुर के राजा शांतनु की पटरानी गंगा की कोख से …
Read More »माघी पूर्णिमा Magha Purnima
माघी पूर्णिमा पर दान–धर्म का महत्व सर्वार्थ सिद्धि एवं पुष्यामृत योग माघ पूर्णिमा पर किए गए दान-धर्म और स्नान का विशेष महत्व होता है। पंचांग के मुताबिक ग्यारहवें महीने यानी माघ में स्नान, दान, धर्म-कर्म का विशेष महत्व है। जब कर्क राशि में चंद्रमा और मकर राशि में सूर्य का प्रवेश होता है तब माघ पूर्णिमा का योग बनता है। इस …
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