एक साधु घाट किनारे अपना डेरा डाले हुए था. वहाँ वह धुनी रमा कर दिन भर बैठा रहता और बीच-बीच में ऊँची आवाज़ में चिल्लाता, “जो चाहोगे सो पाओगे!” उस रास्ते से गुजरने वाले लोग उसे पागल समझते थे. वे उसकी बात सुनकर अनुसना कर देते और जो सुनते, वे उस पर हँसते थे. एक दिन एक बेरोजगार युवक उस …
Read More »Gyan Shastra
राज्य का उत्तराधिकारी : प्रेरणादायक कहानी !!
एक राज्य में एक पराक्रमी राजा का शासन था. उसकी कोई संतान नहीं थी. ढलती उम्र के कारण राज्य के भावी उत्तराधिकारी को लेकर वह अत्यंत चिंतित था. अनेक वैद्यों को दिखाने के बाद भी वह संतान सुख से वंचित ही रहा. अंततः उसने राज्य के ही किसी योग्य नवयुवक को राज्य की बाग़-डोर सौंप देने का निश्चय किया. भावी …
Read More »भालू और लालची किसान की कहानी!!
बहुत समय पहले की बात है एक गाँव में एक किसान रहता था किसान बहुत लालची था किसान के लालच के कारण गाँव के लोग किसान को भला बुरा कहते रहते थे । किसान की पत्नी और बच्चों ने किसान को बहुत समझाया की लालच बुरी बला है और आपको लालच नहीं करना चाहिए लेकिन किसान ने अपने पत्नी बच्चों की …
Read More »चार ब्राहमण और शेर !!
एक नगर में एक ब्राह्मण रहता था. उसके चार पुत्र थे. तीनों बड़े ब्राह्मण पुत्रों द्वारा शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया गया था, परन्तु बुद्धि की उनमें कमी थी. चौथे ब्राह्मण पुत्र को शास्त्र-ज्ञान नहीं था, परन्तु वह बुद्धिमान था. एक दिन चारों भाई भविष्य की चर्चा करने लगे. बड़ा भाई बोला, “हमने इतनी विद्या अर्जित की है. किंतु, जब …
Read More »तीन विकल्प : प्रेरणादायक कहानी !!
बहुत समय पहले की बात है. एक गाँव में एक गरीब किसान अपने परिवार के साथ रहता था. उसकी एक ही बेटी थी. वह बहुत सुंदर थी. गरीब किसान ने गाँव के जमींदार से कर्ज लिया हुआ था. किंतु गरीबी के कारण वह कर्ज वापस नहीं कर पा रहा था. जमींदार जब भी उस पर कर्ज वापस करने का दबाव …
Read More »मूर्ख मित्र : पंचतंत्र की कहानी – मित्रभेद
बहुत समय पहले की बात है. एक राज्य में एक राजा का राज था. एक दिन उसके दरबार में एक मदारी एक बंदर लेकर आया. उसने राजा और सभी दरबारियों को बंदर का करतब दिखाकर प्रसन्न कर दिया. बंदर मदारी का हर हुक्म मनाता था. जैसा मदारी बोलता, बंदर वैसा ही करता था. वह आज्ञाकारी बंदर राजा को भा गया. …
Read More »ब्राह्मणी और तिल के बीज
एक गाँव में एक निर्धन ब्राह्मण रहता था. भिक्षा मांगकर वो जैसे-तैसे अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाता था. एक दिन उसके घर कुछ अतिथि आ गए. अतिथि आगमन से उसकी पत्नी चिंतित हो गई, क्योंकि घर में खाने-पीने को कुछ भी नहीं था. उसने ब्राह्मण को सारी स्थिति की जानकारी दी. ब्राह्मण बोला, “मैं भिक्षा मांगने के लिए पड़ोस …
Read More »ख़रगोश, तीतर और धूर्त बिल्ली!!
दूरस्थ वन में एक ऊँचे पेड़ की खोह में कपिंजल नामक तीतर का निवास था. कई वर्षों से वह वहाँ आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहा था. एक दिन भोजन की ख़ोज में वह अपना खोह छोड़ निकला और एक हरे-भरे खेत में पहुँच गया. वहाँ हरी-भरी कोपलें देख उसका मन ललचा गया और उसने कुछ दिन उसी खेत में रहने …
Read More »जादुई पेंसिल की कहानी !!
दोपहर के भोजन के समय सोनू ने वास्तव में बहुत कठिन पढाई की, इतना कठिन कि वह खाना खाना भी भूल गया। दोपहर के भोजन के बाद सोनू वास्तव में भूखा था, वह केवल भोजन के बारे में सोच रहा था। जैसे ही सोनू अपनी मेज पर बैठा, उसने खुद से कहा “काश मेरी पेंसिल मेरे लिए सब कुछ लिख देती और सभी …
Read More »शेर और मच्छर की कहानी !!
जंगल के राजा शेर को अपनी शक्ति पर बड़ा घमंड था. वह स्वयं को सबसे शक्तिमान समझता था. इसलिए, जंगल के हर जानवरों पर अपनी धौंस जमाता रहता था. जंगल के जानवर भी क्या करते? अपने प्राण सबको प्रिय थे. इसलिए, न चाहकर भी शेर के सामने नतमस्तक हो जाते. एक दिन दोपहर के समय शेर एक पेड़ के नीचे …
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