भगवान् कृष्ण ने जब देह छोड़ा तो उनका अंतिम संस्कार किया गया , उनका सारा शरीर तो पांच तत्त्व में मिल गया लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक....
Read More »Motivational Story
बुद्धिमान वही जिसमें ये 12 गुण हों | बुद्धिमान व्यक्ति के 12 लक्षण
जीवन बदलने वाले 12 नियमों के लिए बुद्ध कथा: बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो सही समय पर सही निर्णय लेता है, सही काम करता है और सही समय पर सही बात कहता है। बुद्धि स्कूल या कॉलेज में नहीं मिलती, वहां ज्ञान मिलता है, लेकिन ज्ञान को व्यवहारिकता में लाना ही बुद्धिमत्ता कहलाती है। जो व्यक्ति जीवन में कठिन से …
Read More »श्री राम नाम महिमा
शास्त्रों के अनुसार संसार में 'राम' नाम से बढ़कर कुछ भी नहीं है। इसके हर अक्षर में सुख की प्राप्ति है। 'रा' के उच्चारण करने से सब पाप बाहर.
Read More »श्रीमद्भागवत महापुराण
भगवान का विराट शरीर कैसा हैं? कितना बड़ा हैं?यहाँ तो केवल एक ब्रह्माण्ड की दृष्टि से बताया गया है। ऐसे अनेक ब्रह्माण्ड हैं।तुलसी रामायण में..
Read More »धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप
धर्म अनुसार प्रमुख दस पुण्य और दस पाप। इन्हें जानकर और इन पर अमल करके कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।
Read More »रामेश्वरजी का दर्शन
भगवान राम रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का अपने हाथों से निर्माण करते हुए कहते है! हे लक्ष्मण ! जो मनुष्य मेरे द्वारा स्थापित किए हुए इन रामेश्वरजी.
Read More »पंडित जी और लोभ का पाठ
पाप का गुरुएक समय की बात है। एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने के बाद गांव लौटे। पूरे गांव में शोहरत हुई कि काशी से शिक्षित होकर आए हैं और धर्म से जुड़े किसी भी पहेली को सुलझा सकते हैं। शोहरत सुनकर एक किसान उनके पास आया और उसने पूछ लिया- पंडित जी आप …
Read More »अकड़ता का परिणाम
दीपेश एक राजपत्रित अधिकारी का इकलौता बेटा था... नौकर चाकर ,गाड़ी ,बंगला सभी सुविधाएं प्राप्त थीं ...दीपेश के पिता एक ईमानदार, सरल हृदय अधिकारी थे...इसके विपरीत दीपेश एक घमंडी इंसान था जो अपने पिता के पद के घमंड में रहता था। वह किसी से सीधे मुंह बात नहीं करता था
Read More »बैसाखी बीमा की
अनवरत प्रयास के बाद भी प्रीति के मानष पटल से वह घटना हट नहीं पा रही थी, जब उसका जीवन साथी पीयूष, दो अबोध बच्चों का लालन-पालन तथा दो वृद्ध जन अर्थात माँ-पिताजी की सेवा-शुश्रूषा, देखभाल की जिम्मेदारी छोड़, परमात्मा के चरण शरण को चला गया। यूँ तो पिछले चार-पाँच माह से पीयूष रोगग्रस्त था पर प्रीति के मन में …
Read More »सत्य घटना पर आधारित
आज भी हमारे देश के कई हिस्सों मे बाल विवाह का जोर सोर से प्रचलन है। कोख मे बेटी हत्या बहू हत्या दहेज प्रचलन जोर शोर से है । मगर इस खास मुद्दों पर कोई आवाज नहीं उठाता मगर आरक्षण के सबको चाहिए।
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